महागठबंधन सरकार के खिलाफ कौन कर रहा साजिश, जानिए हमसे

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी महागठबंधन सरकार के खिलाफ फिर से साजिश की जा रही है। तेजस्वी ने ऐसा क्यों कहा और कौन कर रहा साजिश?

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिना नाम लिये कहा कि उनकी सरकार के खिलाफ फिर से साजिश की जा रही है। साजिश करनेवाले जो लोग हैं, उन्हें वे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों पहचानते हैं। बिहार में क्या कुछ अप्रत्याशित होनेवाला है? तेजस्वी यादव ने ऐसा क्यों कहा?

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि एक साल पहले भाजपा और भाजपा माइंडेड मीडिया ने महागठबंधन सरकार के खिलाफ अफवाहें फैलाईं। अब फिर से साजिश की जा रही है। उनका इशारा भाजपा के साथ ही केंद्रीय एजेंसियों की तरफ है। संभव है लालू परिवार के सदस्यों के घर केंद्रीय एजेंसियों का छापा पड़े। सरकार के खिलाफ अफवाह उड़ाने में मीडिया के एक वर्ग का भी हाथ होगा, जो माहैल बना रहा है कि जदयू और राजद में बहुत खटपट है। तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद और जदयू पूरी तरह एक हो कर काम कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने अपने दल के लोगों को भाजपा के एजेंडे पर बात नहीं करने को कहा। उनका इशारा रामचरितमानस पर विवाद की तरफ था। कहा कि उनकी सरकार को फोकस रोजगार-नौकरी, जातीय जनगणना है।

राजद ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि बीजेपी एक सोची समझी राजनीतिक साज़िश के तहत कार्य कर रही है। सब जानते है यह साज़िश एक- डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू हुई । कभी माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाने की अफ़वाह फैलाई जा रही थी, कभी राज्यपाल बनाने की, कभी केंद्रीय मंत्री बनाने खबरें बनाई जा रही थी। जैसे माननीय मुख्यमंत्री ने भी कई बार बताया इन्हीं लोगों द्वारा कभी जदयू को तोड़ने की साज़िश रची जा रही थी। यह सब बीजेपी, भाजपा समर्थित मीडिया और बीजेपी माइंडेड लोग कर रहे थे।

अब जब से बिहार में महागठबंधन बना है और महागठबंधन सरकार ने अपने एजेंडे के तहत नौकरियाँ देने की और जातिगत जनगणना कराने का कार्य शुरू किया है वही लोग फिर साज़िशें कर रहे है। मुख्यमंत्री जी और हम सब इन सभी बातों को समझते है और उन लोगों को पहचानते है। बिहार में महागठबंधन के शीर्ष नेता हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री लालू प्रसाद जी और मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी है। सब जानते है जनता किसके साथ है। बिहार की जनता नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के साथ है ना की बयानवीर चर्चित नेताओं के पास।

हम सबों को सभी जाति-धर्मों और ग्रंथों का सम्मान करना चाहिए। ग्रंथों और धर्म की उसकी बजाय वास्तविक मुद्दों पर बहस होनी चाहिए। धर्म को राजनीति से दूर रखना चाहिए तभी हम जनता के असल मुद्दों पर बात कर पायेंगे। मंदिर -मस्जिद, हिंदू-मुस्लिम ये सब बीजेपी और बीजेपी समर्थित मीडिया के पसंदीदा मुद्दे है। Debate और Discussion रोजी-रोटी, शिक्षा-चिकित्सा, विकास और जनकल्याण पर होनी चाहिए ना कि धर्म और ग्रंथ पर। महागठबंधन सरकार आदरणीय नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बहुत ही अच्छे तरीक़े से मजबूती से कार्य कर रही है। बिहार में बीजेपी के नापाक इरादे कभी सफल नहीं होंगे।

क्या Upendra Kushwaha भाजपा की तरफ जाने की तैयारी कर चुके

By Editor