महामारी में उत्कृष्ट कार्य के लिए Advantage Care को मिला अवार्ड

पटना के एडवांटेज केयर को कोविड की दूसरी लहर में पीड़ितों की सेवा और सामाजिक कार्यों के लिए मिला सीएसआर इंपैक्टफुल अवार्ड्स।

खुर्शीद अहमद

कोविड की दूसरी लहर के दौरान पटना के एडवांटेज केयर द्वारा किए गए उत्कृष्ट एवं सार्थक सामाजिक कार्यों को राष्ट्रीय पहचान मिली है। आईएसडब्ल्यू काउंसिल ने एडवांटेज केयर को सीएसआर इंपैक्टफुल अवार्ड्स से सम्मानित किया है। यह अवार्ड कोविड सोशल चेम्पियंस वर्ग में दिया गया है। सम्मान समारोह दिल्ली में आयोजित किया गया था। कोविड प्रोटोकॉल की वजह से सम्मान समारोह वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया गया।

खुर्शीद अहमद, संस्थापक, एडवांटेज केयर ने कहा कि यदि आप अपने कर्तव्यों और दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी और जज्बे के साथ करते हैं तो आपको और आपके संस्था को सम्मान मिलता है। इस तरह के सम्मान से खुशी मिलती है एवं जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। एडवांटेज केयर एडवांटेज सपोर्ट का प्रोजेक्ट है जो कोरोना की दूसरी लहर के दौरान शुरू की गई थी। इसमें जानेमाने सर्जन डॉ. ए.ए. हई, अध्यक्ष का मार्गदर्शन एवं संस्था के सभी सदस्यों का काफी सहयोग मिला।

यह आईएसडब्ल्यू काउंसिल अवार्ड का पांचवां संस्करण था। जिसमें कई वर्गों में संस्था, संगठन, व्यक्ति, कंपनी आदि को सम्मानित किया गया। मुख्यतः कोविड प्रोटेक्शन प्रोजेक्ट, कोविड इसेंसियल हीरोज प्रोजेक्ट, सीएसआर कोविड रीलिफ प्रोजेक्ट(इंस्टीट्यूशन कैटेगरी), सीएसआर कोविड रीलिफ प्रोजेक्ट(एनजीओ कैटेगरी), इंडीजीनस रिस्पांस प्रोजेक्ट अवार्ड, कोविड हेल्थ केयर प्रोवाइडर आदि वर्ग शामिल था। ज्युरी के तौर पर इस काउंसिल में बड़े नाम शामिल थे, जिसमें सलमान खुर्शीद, निशा नारायण, अविलाश द्विवेदी, डॉ. सुचीन बजाज, लव वर्मा, एके वैद्य, भास्कर चटर्जी, पीपी चैधरी, हितेश विद्या, डॉ, अशोक सेठ प्रमुख थे।

देश के नामचीन संगठनों व कंपनियों को सम्मानित
सम्मान समारोह में देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों और संगठन-संस्था को सम्मानित किया गया , जिसमें टाटा कंसल्टेंसी, जॉनसन एंड जॉनसन, ऑक्सफेम, कोसमो फाउंडेशन, एस्टर डीएम हेल्थ केयर, हंट्समैन, टेक महिन्द्रा, कीसाइड टेक्नोलॉजी, स्वदेश फाउंडेशन, केप जेमिनी आदि शामिल रहे।

पांच मिनट पहले पहुंच पाया ऑक्सीजन सिलेंडर
सम्मान मिलने पर एडवांटेज केयर के संस्थापक खुर्शीद अहमद ने आईएसडब्ल्यू के जजों का धन्यवाद किया। उन्होंने सम्मान समारोह में एडवांटेज केयर द्वारा किए गए कुछ कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने एक घटना बताते हुए कहा कि एशियन हॉस्पिटल (पटना) के जीएम राजीव रंजन ने अचानक उन्हें देर रात फोन किया। कहा, ‘मरीजों की जान बचा लिजिए, सुबह सात बजे तक का ही ऑक्सीजन बचा है। यदि समय पर ऑक्सीजन नहीं मिला तो कोविड मरीज तड़प कर मर जाएंगे। किसी तरह ऑक्सीजन का इंतजाम कर दीजिए या पारस अस्पताल में वेंटिलेटर की व्यवस्था करवा दीजिए।‘ मैंने रातों रात स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और पटना की डीडीसी ऋचि पांडेय की मदद से मुजफ्फरपुर से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवायाा। ऑक्सीजन समाप्त होने के सिर्फ पांच मिनट पहले नया सिलेंडर लगा और इस तरह सात मरीजों की जान बच गई।

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इसी तरह दरभंगा स्थित पारस ग्लोबल अस्पताल से खुर्शीद अहमद को रात 10 बजे फोन आया कि यहां ऑक्सीजन खत्म हो रहा है। जल्द कुछ व्यवस्था करवा दीजिए नहीं तो कोरोना के भर्ती मरीज मर जाएंगे। हमने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, पटना की डीडीसी ऋचि पांडेय, पारस एचएमआरआई(पटना) के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. तलत हलीम और पारस ग्लोबल के यूनिट हेड मनोज कुमार के बीच फोन पर ही संयोजन कर अस्पताल को समय से 40 ऑक्सीजन का सिलेंडर मुहैया कराया और इस तरह वहां भी भर्ती 26 मरीजों की जान बच गई। कार्यक्रम में खुर्शीद अहमद ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एंबुलेंस के लिए मरीजों के परिजन से 30 से 35 हजार रुपए तक वसूले जा रह थे। इन सब को देखते हुए हमने एडवांटेज केयर के अंतर्गत लोगों की सहायता पहुंचाने का कार्य शुरू किया। एडवांटेज केयर के द्वारा किए गए अन्य कार्यों को संक्षेप में लोगों के समक्ष रखा।

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इन कार्यों के लिए एडवांटेज केयर को मिला अवार्ड-
मुफ्त एंबुलेंसः एडवांटेज केयर ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पटनावासियों को दो एंबुलेंस मुफ्त में मुहैया कराया। एक कोरोना मरीज के लिए और दूसरा सामान्य रोगों के मरीज के लिए। यह एंबुलेंस ऑक्सीजन युक्त है। यह अभियान स्कूलों के साथ मिलकर चलाया गया।

ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसेंट्रेटर उपलब्ध करायाः कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की भारी कमी महसूस की गई। इसी को देखते हुए प्रशासन के साथ मिलकर अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराया। ऑक्सीजन कंसेंटे्रटर भी लोगों को दिए गए।

टीकाकरण में सहयोगः एडवांटेज केयर ने लोगों को कोरोना के टीकाकरण के लिए जागरूक किया और 150 से ज्यादा लोगों को टीका दिलवाया।

हेल्थ एप की शुरुआतः एडवांटेज केयर के द्वारा हेल्थ एप की शुरुआत की गई। इससे मरीज बिहार और झारखंड के तीन शहरों के अस्पतालों में मौजूद बेड की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर, कंसेंट्रेटर और एंबुलेंस भी इससे बुक किया जा सकता है। इसमें और भी कई फीचर हैं।

अस्पताल की शुरुआतः हई फाउंडेशन के साथ मिलकर एडवांटेज केयर अररिया में मुफ्त अस्पताल शुरू किया है। 10 अगस्त को इसी तरह का अस्पताल मधुबनी में शुरू होने जा रहा है। और तीन शहरों में इस तरह के अस्पताल शुरू होंगे।

खाना का वितरणः अस्पताल में मरीज के परिजन खाना तक नहीं खा पाते हैं। इसी को देखते हुए परिजनों के लिए खाना वितरण का प्रबंध एडवांटेज केयर के द्वारा किया गया।

अनाथ बच्चों को गोद लियाः एडवांटेज केयर ने दो अनाथ हो चुके बच्चों को गोद लिया।

जागरूकता के लिए कार्यक्रम आयोजितः एडवांटेज केयर ने मिशन हेल्थ एंड मिशन एडवोकेसी के तहत कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया।

एडवांटेज केयर टीमः शकेब फारुकी, मलिक इरशाद, रवि कुमार, शंकर बोस, स्नेहिल स्वप्निल, मो॰ मुमताज, मो॰ आसिफ इकबाल, उमाकांत आदि।

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