ममता का जवाब, मोदी ने जिसे दिल्ली बुलाया, उसे बनाया सलाहकार

बंगाल में नया खेल शुरू हो गया है। मोदी सरकार ने बंगाल के सबसे बड़े अधिकारी का दिल्ली तबादला किया, तो ममता ने उस अधिकारी को बना दिया अपना एडवाइजर।

प. बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंध्योपाध्याय को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और ममता बनर्जी के बीच चल रहे खींचतान का आज पटाक्षेप हो गया। ममता ने अलपन को अपना सलाहकार नियुक्त कर दिया। इससे पहले केंद्र सरकार ने अलपन को दिल्ली में ज्वाइन करने का आदेश दिया था।

आज ममता बनर्जी ने फिर मोदी-शाह पर राजनीतिक हमला किया। कहा, दोनों हिटलर-स्तालीन की तरह व्यवहार कर रहे हैं। क्या जिस आईएएस अधिकारी ने पूरा जीवन सेवा में लगा दिया, उसे अपमानित करना उचित है। इससे पहले ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अलपन के तबादले के निर्णय को वापस लेने की मांग की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था, लेकिन इसका कोई जवाब नहीं आया। आज ही अलपन को दिल्ली में ज्लाइन करना था। आज ही उन्होंने सर्विस से अवकाश ग्रहण कर लिया।

ममता ने उनके अवकाश ग्रहण करने पर कहा कि इससे वे व्यथित हैं। कोरोना और हाल में आए तूफान के बाद उनकी बंगाल को जरूरत है, इसीलिए उन्हें एडवाइजर नियुक्त किया जाता है। उनका कार्यकाल तीन साल का होगा। ममता के इस निर्णय के बाद ट्विटर पर#BengaliPrimeMinister ट्रेंड करने लगा।

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लेखिका मृणाल पांडे ने देवी दुर्गा का चित्र शेयर करते हुए ट्वीट किया-Khela-Season 2। मालूम हो कि खेला सीजन-2 चुनाव के बाद से ही चल रहा है। पहले चार विधायकों और मंत्रियों को जेल जाना पड़ा, जबकि उसी केस में सीबीआई ने सुवेंदु अधिकारी को छुआ तक नहीं। तूफान के बाद प्रधानमंत्री और राज्य सरकार के बीच होनेवाली बैठक में भाजपा नेता अधिकारी भी उपस्थित थे। ममता ने सवाल उठाया था कि प्रधानमंत्री ने गुजरात में भी तूफान के बाद बैठक की, पर वहां विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं किया। फिर बिना प. बंगाल सरकार की राय लिये आनन-फानन में सीएस का तबादला करते हुए दिल्ली बुलाया।

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राजनीतिक विशेषज्ञों को डर है कि केंद्र सरकार का जो रुख है, उससे बंगाल में क्षेत्रियता की भावना बढ़ेगी और इससे देश का संघीय ढांचा कमजोर होगा।

By Editor