Mamata को फिर झटका, 19 में 19 सीट जीते कांग्रेस-लेफ्ट

बंगाल में इसी महीने Mamata Banerjee को सागरदिघी उपचुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था और अब एक अन्य चुनाव में 19 में 19 सीट जीते कांग्रेस-लेफ्ट।

मुस्लिम बहुल सागरदिघी उपचुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल को करारी हार के बाद महीने भर के भीतर उसे दूसरा बड़ा झटका लगा है। बंगाल में ट्रेड यूनियनों का आज भी बड़ा महत्व है। पूर्वी मिदनापुर स्थित हल्दिया डॉक चुनाव में 19 के 19 सीटों पर कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन ने चुनाव जीत कर बंगाल की राजनीति में हंगामा कर दिया है। इससे पहले यहां ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी का लगातार कब्जा था। यहां हर दो वर्ष पर चुनाव होते हैं। पिछले 13 वर्षों से हल्दिया डॉक पर टीएमसी का कब्जा था। कुछ सीटों पर कांग्रेस-लेफ्ट जीतता, तो यह खबर भी नहीं बनता, लेकिन कांग्रेस-लेफ्ट के 19 में 19 सीट जीतने के कारण बंगाल की महत्वपूर्ण खबर बन गया है।

इससे पहले विधानसभा की सागरदिघी सीट पर फरवरी में चुनाव हुआ था, जिसका परिणाम मार्च के पहले हफ्ते में आया था। सागरदिघी में पिछले 15 वर्षों से टीएमसी का कब्जा था। इस मुस्लिम बहुल सीट पर लेफ्ट के समर्थन से खड़े कांग्रेस प्रत्याशी ने टीएमसी को बुरी तरह हराया था। पिछली बार 95 हजार वोट पाकर जीतनेवाली टीएमसी इस बार 20 हजार वोट से हार गई। खास बात यह कि पिछली बार यहां भाजपा दूसरे नंबर थी और तीसरे नंबर पर कांग्रेस थी। इस बार भाजपा तीसरे नंबर पर चली गई। इस परिणाम से ममता बनर्जी काफी चिंतित हुई थीं। भाजपा खेमे में भी परेशानी साफ दिखी। माना जाता रहा है कि कांग्रेस का वोट ही भाजपा की तरफ शिफ्ट किया था। इस जीत के बाद देखा गया कि न सिर्फ भाजपा के 20 हजार वोट कम हो गए, बल्कि टीएमसी के भी लगभग 30 हजार वोट कम हो गए। ये वोट कांग्रेस-लेफ्ट की तरफ आए। उसके बाद अब हल्दिया डॉक का रिजल्ट आया है।

सागरदिघी के बाद हल्दिया डॉक के रिजल्ट के बाद इस बात को लेकर हंगामा है कि क्या कांग्रेस और वाम अपना खोया आधार वापस हासिल कर रहे हैं। ऐसा हुआ, तो न सिर्फ टीएमसी के लिए बल्कि भाजपा के लिए भी बुरी खबर होगी।

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