नरेंद्र मोदी की रैली के पांचवें दिन ही ममता कोलकाता में विशाल रैली कर के अपनी औकात का न सिर्फ एहसास करा दिया बल्कि इस अवसर पर भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद चंदन मित्रा के अलावा कांग्रेस के चार विधायकों को अपनी पार्टी में शामलि करके जता दिया कि बंगाल में उनकी सत्ता को चुनौती देना आसान नहीं.
ममता ने इस अवसर पर भाजपा भारत छोड़ो आंदोलन का आगाज किया और दावा किया कि बंगाल की 42 में से 42 सीटों पर उनकी पार्टी जीतेगी.
भाजपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य चंदन मित्रा और पश्चिम बंगाल विधानसभा के चार कांग्रेस विधायक सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये. कांग्रेस विधायक समर मुखर्जी, अबु ताहिर, सबीना यासमीन और अखरूजमां ने तृणमूल का दामन थाम लिया. चंदन मित्रा ने कुछ दिन पहले ही भाजपा से इस्तीफा दिया था. 
 
पिछले वर्ष की तरह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को गलत ठहराया. उन्होंने कहा कि नोटबंदी बहुत बड़ा भ्रष्टाचार था.ममता ने कहा, हम 15 अगस्त से ‘बीजेपी हटाओ, देश बचाओ’ कैंपेन की शुरुआत करेंगे। यह 2019 के लिए एक बड़ा प्रहार होगा जिसमें बंगाल रास्ता दिखाएगा।’

ममता ने बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा, ‘देश में हर जगह लिंचिंग की खबरें आ रही हैं। वह लोगों के बीच तालिबानी पैदा कर रहे हैं।’ चंदन मित्रा के अलावा पूर्व सीपीएम सांसद मोइनुल हसन, कांग्रेस की सबीना यास्मिन और मिजोरम के ऐडवोकेट जनरल बिश्वजीत देव ने टीएमसी में शामिल हुए।

कुछ दिन पहले ही पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में रैली संबोधित करते हुए टीएमसी सरकार पर जबरदस्त धावा बोला था। पीएम मोदी ने यहां राज्य सरकार को सिंडिकेट कहकर संबोधित किया था।

By Editor