मंत्री नहीं बनेंगे माले विधायक, बनेंगे जनता व सरकार के बीच पुल

बिहार में नवगठित सरकार में माले के विधायक मंत्री नहीं बनेंगे। पार्टी के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी पार्टी जनता और सरकार के बीच पुल बनेगी।

भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कोलकाता में प्रेस से बात करते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के नेतृत्व में नवगठित सरकार में उनके विधायक मंत्री नहीं बनेंगे। उनकी पार्टी का सदा से जोर जनांदोलनों पर रहा है। माले सरकार और जनता के बीच पुल का काम करेगी।

दीपकंर भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी पार्टी पहले ही इस सरकार को अपना पूरा समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है। उन्होंने कहा कि बिहार में जो नया गठबंधन बना है, इसका पूरे देश पर सकारात्मक असर पड़ेगा। जिस तरह देश में विपक्ष को तोड़ा जा रहा है, उस पर हमले हो रहे हैं, ऐसी स्थिति में बिहार ने प्रतिरोध की नई आवाज दी है। बिहार में माले विधायक मनोज मंजिल ने द वायर की उस खबर को रिट्वीट किया, जिसमें बिहार में सरकार में शामिल होने से मना किया गया है। मनोज मंजिल ने ट्वीट किया- उनकी पार्टी के विधायक इस सरकार को बाहर से समर्थन देंगे। द वायर के अनुसार दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार के लिए एक साझा कार्यक्रम और समन्वय समति बनाने पर जोर होगा। उन्होंने शराबबंदी कानून की समीक्षा करने की भी जरूरत बताई। कहा, इस कानून के तहत बड़ी संख्या में गरीबों को जेल भेजा गया। किसानों के मुद्दे पर भी बात होगी। कृषि उत्पादों के लिए मंडी बनाने पर विचार होना चाहिए। वे 13 अगस्त को पटना पहुंचेंगे और पार्टी नेताओं से बात करेंगे।

द टेलिग्राफ के अनुसार बंगाल विधानसभा चुनाव में सीपीएम के विपरीत ममता बनर्जी को समर्थन दे चुके माले महासचिव ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में तृणमूल ने मतदान में हिस्सा नहीं लेकर गलत संदेश दिया है। बंगाल हमेशा से जनता के आंदोलन का गढ़ रहा है। बंगाल की उस प्रतिरोध वाली छवि का धक्का लगा है।

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By Editor