मुलायम परिवार का प्रचार करेंगी मायवती, खुद नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव

मायावती ने संकेत दिया है कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. उनका सारा ध्यान कैम्पेन पर होगा. न सिर्फ वह अपने दल के प्रत्याशियों बल्कि मुलायम सिंह यादव तथा यादव परिवार के अन्य प्रत्याशियों के लिए भी प्रचार करेंगी.

मुलाय के लिए प्रचार करेंगी मायावती

पिछले बीस वर्षों में यह पहली बार होगा जब बसपा, सपा के साथ मिल कर चुनाव लड़ेगी. मायावती को अन्य राज्यों में भी अपने प्रत्याशियों के लिए कैम्पेन करना है.

मायवती ओडिसा के भुवनेश्वर से अपने प्रत्याशी के कैम्पेन के साथ चुनावी प्रचार का बिगुल फूकेंगी. उनका पहला कार्यक्रम यहां 2 अप्रैल को है.

2014 लोकसभा चुनाव में बसपा ने देश भर की 543 लोकसभा सीटों में से 503 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन वह  अपना खाता तक नहीं खोल सकी थी. तब के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हार के बाद बसपा ने सपा से गठबंधन किया है. अब तक यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गटबंधन अच्छा प्रदर्शन करेगा.

 

जबकि उत्तरप्रदेश में उनका पहला साझा कार्यक्रम सपा व रालोद के नेताओं के साथ देवबंद में होगा. बताया जा रहा है कि मायावती मैनपुरी में सपा के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव के लिए रैली करेंगी. इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव भी उनके साथ रहेंगे.

क्या दलितों की बसपाई राजनीति का अंत है या बची है उम्मीदें 

गौरतलब है कि सपा और बसपा ने 12 जनवरी को चुनावी गठबंधन का ऐलान किया था. बसपा उत्तर प्रदेश में सपा से एक सीट ज्यादा ले कर चुनाव लड़ रही है. इस गठबंधन में अजित सिंह की पार्टी रालद भी शामिल है.

2014 लोकसभा चुनाव में बसपा ने देश भर की 543 लोकसभा सीटों में से 503 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन वह  अपना खाता तक नहीं खोल सकी थी. तब के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हार के बाद बसपा ने सपा से गठबंधन किया है. अब तक यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गटबंधन अच्छा प्रदर्शन करेगा.

 

 

 

By Editor