एमएलसी चुनाव में महिला उम्मीदवार को प्राथमिकता देगी कांग्रेस!!

कांग्रेस का नारा ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ बिहार में एमएलसी चुनाव में भी लागू होगा। इस दृष्टि से पश्चिम चंपारण से मंजुबाला पाठक की दावेदारी सबसे प्रबल है।

मंजुबाला पाठक

पश्चिम चंपारण एमएलसी चुनाव होने को हैं। इसी बीच कुछ प्रत्यासी खुद को कांग्रेस का कथित उम्मीदवार बता कर चुनावी मैदान में निकाय प्रतिनिधियों को भ्रमित कर रहें हैं। जबकि कांग्रेस आलाकमान ने अभी तक किसी को अधिकृत नहीं किया हैं।

कांग्रेस पार्टी ने “लड़की हूं लड़ सकती हूं” को इस एमएलसी चुनाव में लागू कर महिला उम्मीदवारी पर विचार कर रही हैं।
इस हिसाब से कांग्रेस की पूर्व महिला उपाध्यक्षा और बाबु धाम ट्रस्ट की अध्यक्षा मंजुबाला पाठक की दावेदारी ज्यादा मज़बूत है। कांग्रेस के पास पश्चिम चंपारण एमएलसी उम्मीदवारी में दो नामों का जिक्र है। पहला मंजुबाला पाठक और दुसरा अफाक अहमद।

मंजुबाला पाठक ने अपने बाबु धाम ट्रस्ट के माध्यम से पिछले एक दशक से महिलाओं और किसानों के हक़ की लड़ाई लड़ती रही हैं
साथ ही जाति फैक्टर और सोशल इंजीनियरिंग भी मंजुबाला पाठक के पक्ष में है और महिला वोट का एकतरफा झुकाव मंजुबाला पाठक के तरफ होगा।
बाबु धाम ट्रस्ट के चंपारण हजारो कार्यकर्त्ता है और ट्रस्ट से जुड़े हुए हजारों लोग पंचायत चुनाव में चुने गए हैं। इसका पूरा लाभ भी मंजूबाला को मिलेगा। आफाक अहमद ने माइनॉरिटी के पक्ष में टिकट देने की वकालत की है और इसी ग्राउंड पर पार्टी से टिकट मांग रहे है।

कांग्रेस पार्टी के महासचिव प्रियंका गांधी ने महिलाओं को राजनीति के केंद्र बिंदु में लाने के लिए जोर शोर से नारा दिया है और उम्मीदवारी में महिला आरक्षण पर भी जोर दिया है। टिकट को ले कर नूरा कुश्ती जारी है। देखने वाली बात ये होगी कि टिकट किसके पक्ष में जाता है और प्रतिनिधि किसके नाम पर जीत की मुहर लगाते है।

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