Mob Lynching की पीड़ित बेटियां पटना पहुंचीं, मांगा न्याय

समस्तीपुर में Mob Lynching के शिकार परिवार की बेटियां आज पटना पहुंचीं। महिला संगठन एपवा की पहल पर प्रेस के सामने सरकार से मांगा न्याय।

समस्तीपुर में पिछले महीने मॉब लिंचिंग (भीड़ हिंसा) में दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इनमें एक शिक्षिका सनोवर खातून भी थी, जिन्हें भीड़ ने निर्ममतापूर्वक पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। शिक्षिका के कपड़े तक फाड़ डाले गए थे। बिहार में पहली बार किसी मॉब लिंचिंग में महिला की इस तरह हत्या की गई। मॉब लिंचिंग के शिकार अनवर नाम के एक अन्य व्यक्ति भी हुए।

मॉब लिंचिंग की शिकार शिक्षिका की तीन बेटियां हैं। महिला संगठन एपवा की पहल पर आज पीड़ित परिवार की बेटियां पटना पहुंचीं। उन्होंने प्रेस के सामने पूरी घटना बताई। बेटियों ने बिहार सरकार और मुख्यमंत्री से न्याय की मांग की।

एपवा की शशि यादव ने ट्वीट किया-समस्तीपुर के अधारपुरवकी भीड़ द्वारा हिंसा की पीड़ित लड़कियां पटना आ कर ऐपवा के नेतृत्व मीडिया वालों को अपनी आपबीती सुनाई व न्याय की गुहार लगाई। शशि यादव ने कई फोटो भी शेयर किए हैं, जिसमें पीड़ित बेटियां न्याय मांग रही हैं। संवाददाता सम्मेलन में शशि यादव, मीना तिवारी और अन्य महिलाएं हैं।

ये बेटियां घटना की चश्मदीद गवाह भी हैं। उन्होंने बीते 6 जुलाई को दरभंगा में आईजी को घटना की जानकारी देनी चाही, लेकिन पुलिस ने उन्हें समस्तीपुर में ही रोक दिया। इसी दिन दरभंगा में माले, एपवा कार्यकर्ताओं ने सत्याग्रह मार्च निकाल कर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी।

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मालूम हो कि पिछले महीने 21 जून को समस्तीपुर के अधारपुर में श्रवण यादव की हत्या हो गई। इस घटना के बाद पुलिस ने सक्रिय होकर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की, जिससे इस घटना को सांप्रदायिक रंग दे दिया गया। भाकपा माले, कांग्रेस ने घटना के लिए भाजपा और उससे जुड़े संगठनों को जिम्मेदार बताया है।

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