हाल के सालों में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने के मामले दुर्भाग्यपूर्ण हैं. केंद्र ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिये प्रभावी कार्रवाई कर रहा है. ऐसे मामलों में केंद्र सरकार भी चुप नहीं है. राजनाथ सिंह इस मामले में लोकसभा में आज सरकार का पक्ष रख रहे थे, जिससे असंतुष्‍ट विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया.

नौकरशाही डेस्‍क

दरअसल, लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के के. सी. वेणुगोपाल ने भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने के बढ़ते मामलों और असहमति के स्वर को दबाने का विषय उठाया, जिसका जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में पहले भी साल 2016 में परामर्श जारी किया था और जुलाई के पहले सप्ताह में भी परामर्श जारी किया गया है. इस पर रोकथाम के लिए सोशल मीडिया सेवा प्रदाताओं से भी फर्जी समाचार पर रोक लगाने की व्यवस्था करने को कहा गया है. वेणु गोपाल ने सरकार से जुड़े लोगों पर ऐसी घटनाओं का समर्थन करने का आरोप लगाया.

इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि यह सचाई है कि कई प्रदेशों में मॉब लिंचिंग की घटनाएं घटी हैं. इसमें कई लोगों की जानें भी गई है. लेकिन ऐसी बात नहीं है कि इस तरह की घटनाएं विगत कुछ वर्षों में ही हुई हैं. पहले भी ऐसी घटनाएं हुई हैं. लेकिन ऐसी घटनाएं चिंता का विषय हैं.  मॉब लिंचिंग में लोग मारे गए हैं, हत्या हुई और लोग घायल हुए हैं, जो किसी भी सरकार के लिये सही नहीं है. हम ऐसी घटनाओं की पूरी तरह से निंदा करते हैं. गृह मंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाएं अफवाह फैलने, फेक न्यूज और अपुष्ट खबरों के फैलने के कारण घटती हैं. ऐसे में राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वे प्रभावी कार्रवाई करें क्योंकि कानून और व्यवस्था राज्यों का विषय है.

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