नफरती रैलियों के खिलाफ जावेद अख्तर, एक्टरों ने शिंदे को लिखा पत्र

महाराष्ट्र में बढ़ते नफरती रैलियों-भाषणों के खिलाफ जावेद अख्तर, प्रबुद्ध लोगों ने शिंदे को लिखा पत्र। कार्रवाई की मांग। Citizens for Justice and Peace की पहल। 

Citizens for Justice and Peace (CJP) की पहल पर महाराष्ट्र में बढ़ते नफरती बयानों- भाषणों के खिलाफ जावेद अख्तर सहित अनेक कलाकारों, फिल्मकारों, कवि-लेखक, कलाकारों, पत्रकारों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर तुरत कार्रवाई की मांग की है। सिटिजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस के पिटिशन पर हस्ताक्षर करने वालों में कवि-स्क्रिप्टराइटर और लोकतंत्र की आवाज बुलंद करने वाले जावेद अख्तर, राज्यसभा सदस्य और पत्रकार कुमार केतकर, रत्ना पाठक शाह, कलाकार, वरिष्ठ लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता तुषार गांधी, थियेटर से जुड़ीं चित्रा पालेकर, Bishop Allwyn D’Silva, Fr Frazer Mascarenhas, Jesuit & Educationist, पत्रकार तीस्ता सेतलवाड, सामाजिक कार्यकर्ता जावेद आनंद, पत्रकार गीता सेशू शामिल हैं। पिटिशन पर हस्ताक्षर करने का क्रम जारी है।

अपने पिटिशन में Citizens for Justice and Peace (CJP) ने लिखा है कि योजनाबद्ध तरीके से और संगठित रूप से महाराष्ट्र में हिंदू-मुस्लिम में नफरत फैलानेवाली रैली सभा की जा रही है। इसमें कई संगठनों के लोग शामिल हैं। ऐसे कई लोग राजनीतिक दल से भी जुड़े हैं। हिंदू-मुस्लिम में नफरत फैलानेवाले कई ऐसे हैं, जो पहले से ऐसा करते रहे हैं। वे बार-बार नफरती भाषण दे रहे हैं। लोगों को भड़का रहे हैं। हिंदू राष्ट्र के नारे लगाए जा रहे हैं, जो हमारे संविधान के खिलाफ है। ऐसे लोग इतिहास को तोड़-मड़ोर कर नफरत फैला रहे हैं। इनका मकसद मुस्लिम समुदाय के खिलाफ लोगों को भड़काना है। वे ईसाइयों को भी निशाना बना रहे हैं।

पिटिशन में मुस्लिम विरोधी रैलियों, सभाओं और भाषणों का ब्योरा भी दिया गया है। केवल दिसंबर, 2022 के बाद ऐसे नफरती आयोजनों की संख्या दर्जनों में है। पिटिशन में यह भी कहा गया है कि ऐसे आयोजन अचानक क्यों बढ़ गए, क्या इसके पीछे कोई गहरी साजिश नहीं है। पिटिशन में संविधान की रक्षा और किसी के साथ भेदभाव न करने के संकल्प की भी याद दिलाई गई है। 

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