नालंदा में 27, रोहतास में 18 गिरफ्तार, CCTV से हो रही गिरफ्तारी

नालंदा-रोहतास में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त। अब तक 45 गिरफ्तार। किसी ने मनीष कश्यप बनने की कोशिश की तो बच न पाएगा।

Ashok Mishra, SP, Nalanda

नालंदा और रोहतास में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का कोशिश करने वालों के खिलाफ पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है। सीसीटीवी कैमरा देखकर पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार कर रही हैष अब तक नालंदा में 27 तथा रोहतास में 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा कुका है। राज्य के वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी कैंप कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक कहा है कि हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और जो भी हिंसा फैलाते देखे जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

महावीर की अहिंसा, बुद्ध के ज्ञान और सूफियों के प्रेम की धरती नालंदा और रोहतास की पहचान को हिंसक बनाने की कोशिश की गई। तोड़फोड़, आगजनी की गई। उन्मादी नारे लगाए गए। अब पुलिस सीसीटीवी कैमरा देखकर ऐसे तत्वों की पहचान करने में जुटी है। बिहार पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। स्पष्ट है अगर किसी ने मनीष कश्यप की तरह फर्जी वीडियो बना कर तनाव फैलाने की कोशिश की, तो अंजाम मनीष जैसा ही होगा।

मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि#सासाराम की घटना दुःखद है। मामले की गहराई से जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। जो भी गुनहगार होगा उसपर कार्रवाई होगी। प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है…ये लॉ एंड ऑर्डर का नहीं बल्कि आपसी भिड़ंत का मामला है। राजद के भी कई नेताओं ने बयान जारी कर लोगों से भाईचारा बनाए रखने की अपील की है।

इस बार रामनवमी पर देश के कई प्रदेशों से हिंसा की खबरें हैं। बिहार के अलावा प. बंगाल, दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र से भी उन्मादी नारे लगाने, मस्जिदों के नारे उग्र नारे लगाने, तथा हिंसा भड़काने की कोशिश करने की खबरें आई हैं।

सोशल मीडिया पर राम के नाम पर हिंसा फैलाने की कोशिशों का कई लोगों ने विरोध किया है। एक यूजर ने लिखा कि पहले राम के जन्म पर ठुमक चलत रामचंद्र का गीत बजता था, अब हिंसक नारे लगाए जा रहे हैं। यह राम के नाम को बदनाम करना है।

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