बिहार में बिगड़ते साम्प्रदायिक माहौल के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परोक्ष रूप से अपने गठबंधन के भाजपा नेता गिरिराज सिंह को चेतावनी दे डाली तो गिरिराज सिंह ने पहले   कड़ा  जवाबी ट्विट किया फिर इस ट्विट में सुधार किया. उन्होंने ट्विट करके चुनौती दी है कि वह  24 मार्च को बिहार आ रहे हैं जो उन्हें रोकना चाहें, रोक ले.

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय ने विवादस्पद बयान देने शुरू किये थे. गिरिजा सिंह ने कहा था कि अररिया में लोकसभा चुनाव में राजद के जीतने के बाद वहां आतंक का गढ़ पैदा होगा. इसके बाद गिरिाज सिंह का एक विडियो वॉयरल हुआ था जिसमें वही दरभंगा के डीएसपी के खिलाफ एक भीड़ को उकसाते हुए देखे गये. उधर एक तीसरे मामले में भागलपुर में साम्प्रदायिक हिंसा भड़क गया जिसमें केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे पर भीड़ को उकसाने पर एफआईआर दर्ज हुआ.

इन तमाम मामलों से आहत नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी तोड़ी और एक कार्यक्रम में कहा कि वह प्रेम और भाईचारे में विश्वास करते हैं. वह न तो भ्रष्टाचार के साथ समझौता कर सकते हैं और ना ही आपसी सौहार्द बिगाड़ने वालों से. उन्होंने कहा कि जो भी साम्प्रदायिक महौल बिगाड़ेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.

नीतीश कुमार ने लगातार दो दिन से अलग-अलग अवसरों पर यह कड़ा संदेश बिना नाम लिये दे रहे हैं.

 

उधर इस मामले में राष्ट्रीय जनता दल काफी गंभीर है. विपक्ष के नेता लगातार नीतीश कुमार को चुनौती दे रहे हैं कि वे गिरिजा सिंह, अश्विनी चौबे के बेट और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय को गिरफ्तार करके दिखायें. इधर  इस गहराते विवाद के बीच गिरिराज सिंह ने  ट्विट कर कहा है कि वह 24 मार्च को दिल्ली आ रहे हैं, जो उन्हें रोकना चाहे रोक ले. गिराज सिंह ने इस ट्विट में किसी का नाम नहीं  लिया है.

इससे लोगों में यह संदेश गया कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परोक्ष नसीहत का जवाब परोक्ष रूप से दे रहे हैं. लेकिन थोड़ी ही देर बाद गिरिराज सिंह ने इसी ट्विट के शब्दों को दोबारा टविट किया और उसमें एक न्यज पोर्टल के ट्विट को रेस्पांड करते हुए कहा कि वह बिहार आ रहे हैं जिसे रोकना है रोक ले. जिस न्यूज के रेस्पांस में गिरिराज ने यह टिप्पणी की है उसमें पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का एक बयान है जिसमें उन्होंने कहा है कि वह गिरिराज और अश्विनी चौबे को किसी भी हाल में बिहार में एंट्री नहीं होने देंगी.

बिहार भाजपा गठबंधन के घटक दलों के बीच घमासान मचता जा रहा है.केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा डीएसपी के खिलाफ उकासाये जाने पर नीतीश कुमार ने नाकाबिल ए बर्दाश्त बताया. उधर एनडीटीवी वेब पोर्टल के अनुसार नीतीश ने कहा कि अगर समाज की सद्भावना को बिगाड़ने की कोशिश होगी, तो उसको बर्दाश्त नहीं करेंगे. चाहे इसके लिए जो भी अंजाम हो.

याद रहे कि दरभंगा में एक व्यक्ति की हत्या के बाद गिरिराज सिंह ने बयान दिया था कि उसकी हत्या इसलिए हुई कि उस व्यक्ति ने एक चौक का नाम नरेंद्र मोदी चौक रखा था. जबकि इसके बाद पुलिस ने साफ किया था कि वह हत्या आपसी जमीन विवाद में हुई थी. उधर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने एक बयान दे कर साफ किया था कि नरेंद्र मोदी चौक का नामाकण दो साल पहले हुआ था. इस हत्या को उस नामाकरण से कोई लेना देना नहीं था. उन्होंने कहा था कि यह हत्या जमीनी विवाद के कारण हुई थी. लेकिन भाजपा नेता गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय लगातार इस मामले में प्रशासन पर आरोप मढ़ते रहे हैं. उन्हें एक भीड़ को उकसाते देखा गया जिसमें वह स्थानीय डीएसपी के खिलाफ मुर्दाबाद का नारा लगवा रहे हैं.

 

 

By Editor