जनता दरबार में कोरोना विस्फोट! नीतीश पीते रहे गर्म पानी

साल के पहले जनता दरबार में 14 फरियादी संक्रमित निकलने के बाद लोग भौंचक हैं वहीं मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने भी गले में खराश की शिकायत की है.

आज यानी सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साप्ताहिक जनता का दरबार लगा. इसमें सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी फरियाद ले कर पहुंचे थे. जनता दरबार में दाखिल होने से पहले तमाम फरियादियों की कोरोना टेस्टिंग की जाती है. इसी दौरान छह फरियादी कोरोना पोजिटिव पाये गये. ऐसे में उन्हें प्रवेश की इजाजत नहीं दी गयी.

वहीं लोगों की फरियाद सुनने के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सहयोगियों से अनेक बार शिकायत की कि उनके गले में खराश हो रहा है. उनके लिए गर्म पानी की व्यवस्था की जाये. उन्हें गर्म पानी दिया गया. फिर नीतीश कुमार ने चाय तलब की. फिर उन्हें चाय भी दी गयी.

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इस बीच बिहार में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रही है. बीते दिन ही राज्य के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल एनएमसीएच में 86 डाक्टरों समेत 112 लोग पोजिटिव पाये गये हैं.

ऐसे में इस बात के कयास लगाये जाने लगे हैं कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम को स्थगित किया जा सकता है. हालांकि इस पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.

आपको याद दिला दें कि 2020 के विधान सभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने कहा था कि जनता का दरबार खत्म करने का उनका फैसला सही नहीं था. इसी के बाद उन्होंने तय किया था कि जनता के दरबार का आयोजन फिर होगा. लेकिन कोरोना के कारण यह टलता रहा. और अब जबकि फिर से यह कार्यक्रम शुरू हुआ है तो कोरोना संक्रमण के कारण इसके स्थगित होने की आशंका बढ़ती जा रही है.

लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण अब कयास लगाया जाने लगा है कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम को अगले आदेश तक स्थगित किया जा सकता है.

जनता दरबार में सीएम के पास जाने से पहले फरियादियों की कोरोना टेस्टिंग कराई जाती है। इसी दौरान 6 फरियादियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

इसके बाद जनता दरबार के संचालन में जुटे अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। सीएम नीतीश के गले भी खराश की शिकायत सोमवार को जनता दरबार में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गले में भी खराश देखने को मिली है।

By Editor