नीतीश के जन्मदिन पर मनेगा विकास दिवस, क्या बोला राजद

मुख्यमंत्री का जन्मदिन एक मार्च को है। पहली बार जन्मदिन को जदयू ने विकास दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। घोषणा पर राजद और कांग्रेस ने क्या कहा?

कुमार अनिल

हाल के दिनों में जदयू ने अपनी पहलकदमी बढ़ाई है। संगठन के मोर्चे पर भी और कार्यक्रम के तौर पर भी। नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन के बाद से ही संगठन में धार लाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। अन्य दलों के नेता शामिल किए जा रहे हैं। अब पार्टी ने आज ट्विट किया है कि जदयू एक मार्च को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जन्मदिन को विकास दिवस के तौर पर मनाएगा। विकास दिवस में वे किन बातों को विकास के तौर पर पेश करेंगे, फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल पाई है।

पार्टी ने एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि राज्य के हर बूथ पर जदयू के कार्यकर्ता जुटेंगे। मुख्यमंत्री के विकास कार्यों की चर्चा करेंगे और बिहार को विकसित राज्य बनाने का संकल्प करेंगे। जदयू का कार्यक्रम बूथ स्तर पर है। इससे स्पष्ट है कि पार्टी बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करना चाहती है। इस तरह के कार्यक्रम भाजपा खूब करती रही है।

ईवीएम सुरक्षित होने के दावे पर पूर्व आईएएस ने उठाया सवाल

एक तरफ जदयू ने एक मार्च को विकास दिवस मनाने की घोषणा की है, वहीं राजद ने आज फिर से रोजगार का मुद्दा उठाया। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा कि बिहार के छात्र तबाह हैं, युवा तबाह हैं, किसान तबाह हैं। लोगों की आमदनी भी घट गई है। इसके बावजूद सरकार महंगाई बढ़ा रही है। सरकार का काम जनता की सेवा है, पर सरकार जनता से ही लड़ रही है।

आज तक किसी ने नहीं देखा था ऐसा रेल रोको आंदोलन

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जन्मदिन को विकास दिवस के रूप में मनाना राज्य की जनता के साथ मजाक है। इससे बड़ा मजाक दूसरा हो नहीं सकता। बिहार हर क्षेत्र में पिछड़ रहा है। बेरोजगार युवा महीनों से सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं, पर उनकी सुध लेने के लिए सरकार के पास टाइम नहीं है।

उधर, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुंजन पटेल ने कहा कि बिहार सरकार का विकास अखबारों में विज्ञापन तक सीमित है। राज्य में उच्च शिक्षा का इतना बुरा हाल पहले कभी नहीं था। जदयू का विकास दिवस बिहार की जनता के साथ ठिठोली है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार श्रम प्रदेश, पलायन प्रदेश बन कर रह गया है।

By Editor