आखिरकार करीब एक पखवाड़े की लम्बी खामोशी के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बालिका गृह बलात्कार मामले में चुप्पी तोड़ी है. लगातार पत्रकारों से बचते रहे नीतीश ने सोमवार को अपने लोकसंवाद कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से इस मुद्दे पर बात की.
नीतीश कुमार ने  कहा कि उन्होंने इस मामले में कोई चुप्पी नहीं लगाई थी. एक एक बात हमने बता दी. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर मंत्री( समाज कल्याण विभाग) मंजू वर्मा के स्तर पर कोई चूक हुई होगी तो उनकी भी कुर्सी जायेगी.
गौरतलब  है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार इस मामले पर नीतीश कुमार को मुंह खोलने की चुनौती दे रहे थे. उन्होंने यहां तक कह रखा था कि चाहे जितना समय लगे, नीतीश कुमार का मुंह खोलवा कर रहूंगा.
नीतीश ने कहा कि टाटा इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट से मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में हुई दुष्कर्म की घटना का खुलासा हुआ. मुझे इसकी जानकारी मिलते ही कार्रवाई हुई.
 
सीएम ने कहा कि इस मामले में मैंने कोई चुप्पी नहीं साधी है. एक-एक बात हमने बता दी है, लेकिन मेरा मानना है कि सिस्टम में गड़बड़ी है और राज्य में बालिका गृह और अन्‍य शेल्टर होम का संचालन सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. 
 
शेलटर घर अब खुद सरकार चलाएगी
नीतीश ने कहा कि अब शेल्टर होम संचालन का काम खुद सरकार करेगी. एनजीओ से ये जिम्मेदारी वापस ली जायेगी. उन्होंने कहा कि उन्होंने चीफ सेक्रेटरी से कहा है कि योजना बनाएं. बालक-बालिका गृह बनवाए जाएं. वहां के लिए जरूरी स्टाफ की भी नियुक्तियां करें. मुजफ्फरपुर मामले में भी अगर तत्काल कोई मकान मिले तो वहां बच्चियों को रखें. उन्होने कहा कि ऐसे काम एनजीओ को देना ठीक नहीं है. बच्चे हैं या बच्चियां, सभी को सरकार निर्मित स्थानों में रखा जाए. ये निर्णय हम सैद्धांतिक तौर पर ले चुके हैं और इसको चरणबद्ध तरीके से लागू करेंगे.
नीतीश ने समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा पर उठ रहे सवालों के जवाब में कहा कि मंत्री के लेवल पर कोई फैसला हुआ होगा तो वो भी जाएंगी. कोई करीबी मिला तो उसे भी हटाएंगे. 

By Editor