Bihar में पहली बार Paras HMRI, Super specialty Hospital, राजा बाजार, Patna में Heart की नली में दो Blockage के चलते छाती में दर्द और सांस लेने में तकलीफ से जूझ रहे 66 साल के मरीज को बिना बेहोष किये Bypass Surgery कर राहत दिलाई गई। इस ऑपरेशन में करीब तीन घंटे लगे जिसमें सिर्फ छाती का हिस्सा खोला गया। इसमें नली लगाकर दो बाइपास किये गये।
पारस अस्पताल के हृदय रोग विषेशज्ञ Dr Shashikant ने बताया कि इस ऑपरेशन को अवेक कोरोनरी आर्टरी बाइपास सर्जरी (सी.ए.बी.जी.) कहते हैं। इस ऑपरेशन में मरीज की रिकवरी तेजी से होती है।
डॉ शशिकांत प्रसिद्ध कार्डियक सर्जन हैं जिन्हें 6000 से ज्यादा सर्जरी का अनुभव है। ये एम्स में प्रोफेसर भी रह चुके हैं और इन्हें मेलबॉर्न (ऑस्ट्रेलिया) में काम करने का अनुभव भी है। उन्होंने कहा कि ऐसे ऑपरेशन में टीम काम करती है जिसमें एनेस्थेसिया विषेशज्ञ डॉक्टरों की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है। एनेस्थेसिया विषेशज्ञ डॉ. अतुल मोहन ने बताया कि इस विधि से ऑपरेशन में शरीर के जिस भाग में आॅपरेषन किया जाता है सिर्फ उसी भाग के नस को सुन्न किया जाता है और मरीज पूरी तरह से होश में रहता है। उन्होंने अपने सहयोगी डाॅ. शुभंकर एवं पूरी टीम के योगदान की काफी तारीफ की।
पारस हॉस्पिटल ने पहले भी कई ऐसे ऑपरेशन किए हैं जो बिहार में पहली बार किसी अस्पताल में किया गया था। पारस अस्पताल एक ऐसा सुपर स्पेशलिटि अस्पताल है जहां मरीज़ों का बेहतर इलाज के साथ-साथ उनकी सुविधाओं का भी पूरा ख़्याल रखा जाता है।
पारस हॉस्पिटल इस कोरोना काल में लोगों से ये भी अपील करता है कि वो कोरोना वायरस से बचने के लिए हर उस मानक का पालन करें जिसे डॉक्टर या सरकार द्वारा बताया जाता है। मास्क पहने, हाथ धोते रहें, भीड़-भाड़ की जगहों से बचें इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।