पटना के ट्रैफिक एसपी के एक पोस्ट पर विवाद छिड़ गया है. छठ के अवसर पर कार में अवरलोडिंग करने वाले की तस्वीर खीच कर फेसबुक पर उन्होंने डाली और ‘शेमलेस कार ओनर’ कहके संबोधित किया.

नौकरशाही ब्यूरो, पटना

जब एक रिटायर पुलिस अधिकारी ने ट्रैफिक एसपी से पूछा कि तस्वीर खीचने के बजाये कार्रवाई क्यों नहीं की तो जवाब में ट्रैफिक एसपी ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि आप डिसिप्लिन भूल चूके हैं.

दर असल माजरा यह था कि छट के अवसर पर पब्लिक ट्रांस्पोर्ट पर पुलिस ने पाबंदी लगा दी थी. जिस कारण लोग निजी वाहनों में क्षमता से ज्यादा बैठ कर सफर करने पर मजबूर थे. इस दौरान ट्रैफिक एसपी ने एक कार की फोटो खीची जिसकी डिक्की में भी लोग बैठ कर सफर कर रहे थे. इस फोटो को ट्रैफिक एसपी ने फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा- बेशर्म कार मालिक.

इस पर कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि फोटो खीचने के चक्कर में उन्होंने खुद भी ट्रैफिक तोड़ने वाले पर कार्रवाई क्यों नहीं की?  इसके जवाब में उन्होंने कहा कि छठ की वजह से उन्होंने कार्रवाई नहीं की. विनोद सिंह नामक एक रिटायर पुलिस अधिकारी के इस सवाल पर प्राणतोष कुमार दास ने उन्हें परोक्ष रुप से धमकाया कि आप पुलिस अफसर हैं, लेकिन डिसिप्लिन भूल चुके हैं.

यहां सवाल यह है कि जब पब्लिक ट्रांस्पोर्ट पर पाबंदी लगायी गयी थी तो मजबूर हो कर लोग निजी वाहन में अवरलोडिंग करके सफर कर रहे थे. पुलिस ने भी ऐसे वाहनों को रियायत दी थी और उस पर कार्रवाई नहीं की. ऐसे में छठ के अवसर पर ऐसी तस्वीर फेसबुक पर डाल कर कार मालिक को बेशर्म कहने पर लोगों ने सवाल उठाया. लाजिमी भी यही था कि जब आप निजी वाहनों को अवरलोडिंग की रियायत दे रहे थे तो ऐसे में उनकी आलोचना करना या उन्हें बेशर्म कहने का क्या तुक था.

हालांकि कुछ लोगों ने प्राणतोष को बेहतरीन अफसर भी बताया और उनके इस पोस्ट की तारीफ की.

 

 

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