Pegasus बनानेवाली कंपनी NSO पर छापा, खुलेगा रहस्य?

इजराइली डिफेंस मिनिस्ट्री के अधिकारियों ने जासूसी सॉफ्टवेयर Pegasus बनानेवाली कंपनी NSO पर छापा मारा है। इस खबर से भारत में सनसनी।

Pegasus spyware बनानेवाली इजराइली कंपनी एनएसओ पर इजराइली डिफेंस के अधिकारियों ने कल छापा मारा। डिफेंस मिनिस्ट्री के तहत ही Pegasus spyware जैसा जासूसी सॉफ्टवेयर भी आता है, क्योंकि इसे हथियार की श्रेणी में रखा जाता है। हालांकि छापे के बाद कंपनी ने कहा कि डिफेंस मिनिस्ट्री के अधिकारी विजीट करने आए थे। छापा नहीं मारा है। कंपनी पूरी पारदर्शिता के साथ काम करती है। कंपनी की सफाई के बावजूद स्थितियां बता रही हैं कि यह भेंट-मुलाकात नहीं, बल्कि छापा ही था।

ब्रिटिश अखबार द गार्डियन ने लिखा है कि कई देशों की सरकार में शामिल नेताओं के फोन हैक करने का मामला सामने आने पर इजराइली अधिकारियों ने तेल अवीव स्थित कंपनी के दफ्तर पर छापा मारा है। यह छापा ठीक उस समय मारा गया, जब रक्षा मंत्री बेन्नी गांज पेरिस पहुंचे, जहां वे फ्रांस के रक्षा मंत्री से पेगासस जासूसी मामले के बाद उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करेंगे।

जिन नेताओं के फोन हैक किए गए, उनमें सबसे हाई प्रोफाइल व्यक्ति हैं फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुअल मैक्रों। इनका फोन नंबर उन 50 हजार नंबरों में शामिल है, जिन्हों एनएसओ द्वारा जासूसी करने के लिए चुना गया था। उन्होंने इजराइली प्रधानमंत्री नफताली बेनेट से पिछले हफ्ते बात की, जिसमें उन्होंने समुचित जांच किए जाने पर जोर दिया था।

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इधर, भारत में छापे की खबर के बाद राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैल गई। इससे भारत के विपक्षी दलों को पेगासस जांच की मांग पर जोर देना का एक नया आधार मिल गया। मोदी सरकार ने इतने बड़े मामले पर भले ही इजराइली सरकार से बात तक नहीं की हो, पर फ्रांस जिस तरह गंभीर है, उससे आनेवाले दिनों में नए खुलासे हो सकते हैं।

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By Editor