जोधपुर में राजस्थान पुलिस के बड़े अधिकारियों को उस समय फजीहत का सामना करना पड़ गया, जब सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को गार्ड ऑफ हॉनर देने से जवानों ने इनकार कर दिया. राजनाथ सिंह को सलामी देने के लिए जिन 8 जवानों को जाना था, वे लीव पर चले गए. बाद में दूसरी टीम भेजकर सलामी दिलवाई गई. बाद में एडीजी की ओर से इन जवानों पर कार्रवाई की बात कही गयी.

नौकरशाही डेस्क

संभवतः ऐसा पहली बार हुआ है जब गृहमंत्री को गार्ड ऑफ हॉनर देने वाले जवान छुट्टी पर चले गए. बताया जाता है कि राजस्थान में पुलिस ए की सैलरी कटौती के कारण विवाद और भी गहराता जा रहा है, जिसका नतीजा केंद्रीय गृहमंत्री के अगुवानी के दौरान अधिकारियों को भुगतना पड़ा.

जोधपुर दौरे पर गए एडीजी एमएल लाठर को भी जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देने से मना कर दिया. फिर आनन-फानन में दूसरी टुकड़ी मंगवाई गई और गार्ड आॅफ ऑनर दिया गया. इस पर एडीजी एमएल लाठर ने कहा कि जोधपुर कमिश्नरेट का इंस्पेक्शन करने गया था तो जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देने से मना कर दिया. जिन जवानों का नाम इस मामले में सामने आया है, वे 2004 के बाद भर्ती हुए हैं. बाद में दूसरी टुकड़ी बुलाई गई. जिन्होंने मना किया है, उन पर कार्रवाई की जा रही है.
मिली सूचना के अनुसार, प्रदेश भर में पुलिस जवानों ने सामूहिक अवकाश के लिए अर्जी दी थी, लेकिन अफसरों ने इसे नामंजूर कर दिया. इस कारण कई जगह जवान गैरहाजिर हो गए. जयपुर के रायसर में चौकी इंचार्ज और 5 कांस्टेबलों के सिर मुंडाकर विरोध करने के बाद पूरे राजस्थान में पुलिस जवानों का अलग-अलग तरीके से विरोध सामने आ रहा है.

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