प्रधानमंत्री के तिरंगा आह्वान का राजद-जदयू पर कोई असर नहीं

प्रधानमंत्री ने सभी से सोशल मीडिया पर डीपी में तिरंगा लगाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव सहित राजद-जदयू ने नहीं दिया रिस्पांस।

कुमार अनिल

कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर अपना डीपी (डिस्प्ले तस्वीर) बदल दिया। उन्होंने प्रोफाइल फोटो की जगह तिरंगा लगा दिया। उन्होंने सभी से अपने सोशल मीडिया अकाउंट के डीपी में तिरंगा लगाने का आह्वान भी किया। उनके आह्वान का असर भाजपा पर तुरत दिखा। भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया में डीपी की जगह तिरंगे की तस्वीर लगा दी।

प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान का असर जदयू-राजद पर नहीं पड़ा। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के ट्विटर अकाउंट पर पहले की तरह उनकी तस्वीरें लगी हैं। जदयू-राजद के तमाम नेताओं ने भी प्रधानमंत्री के आह्वान पर कोई रिस्पांस नहीं दिया।

एक अपवाद हैं। जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने अपने ट्विटर का डीपी बदल दिया है। उन्होंने वहां तिरंगे की तस्वीर लगा दी है। उनके अलावा जदयू के किसी नेता ने अपनी प्रोफाइल पिक्चर नहीं बदली है।

जदयू के प्रवक्ता अरविंद निषाद से जब नौकरशाही डॉट कॉम ने पूछा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर आपलोगों ने सोशल मीडिया में डीपी में तिरंगा नहीं लगाया है, तो जवाब में निषाद ने कहा-नो कमेंट। यह पूछने पर कि आपकी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने प्रोफाइल पिक्चर बदल दी है, तो उनका फिर वही जवाब था-नो कमेंट।

इधर, राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन भाजपा और संघ पर खूब बरसे। उन्होंने कहा कि ये लोग जिंदगी भर तिरंगे को मानने से इनकार करते रहे। उन्हें देश से नहीं, सत्ता से प्रेम है। ये लोग देश की आजादी के आंदोलन में शामिल तो नहीं ही थे, इन्होंने आजादी के आंदोलन को कमजोर करने का प्रयास किया।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि तिरंगे में तीन रंग है। तीन रंग सर्वधर्म समभाव का प्रतीक है। संघवाले कभी तीन रंगे के पक्ष में नहीं रहे। बीच में धम्म चक्र है, जो बौद्ध धर्म से आया। हमारा तिरंगा धार्मिक सद्भाव और संविधान में लिखे मूल्यों का प्रतीक है, जिसे भाजपा-संघ ने कभी स्वीकार नहीं किया। उनका राष्ट्रप्रेम नकली है।

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