राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केरल हाई कोर्ट के डायमंड जुबली कार्यक्रम के समापन समारोह में भारतीय संविधान में न्यायपालिका के महत्व को समझाया.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि देश की न्यायपालिका की स्वतंत्र कार्यप्रणाली ने लोकतांत्रिक विश्व में भारत की विश्वसनीयता को बढ़ा या है. राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय संविधान में जिस तरह से कार्यपालिका, व्यवस्थापिका और न्यायपालिका के बीच सामंजस्य बनाने वाला दुनिया का सर्वश्रेठ दस्तावेज है.

राष्ट्रपति कविंद शनिवार को केरल हाइकोर्ट के डायमंड जुबली कार्यक्रम के समापन के अवसर पर बोल रहे थे. उन्होंने अपने भाषण के कुछ अंश को ट्विटर पर शेयर किया है. उन्होंने भरोसा जताया कि भारतीय न्यायपालिका देश के लोगों की उम्मीदों पर हमेशा खरा उतरेगी.

राष्ट्रपति ने कहा कि जस्टिस अन्न चंडी का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि वह पहली महिला जज थीं और इसी हाईकोर्ट में थीं. उन्होंने कहा कि उस दौर में किसी महिला का जज बनना रेयर मामला था.

उन्होंने केरल के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां के लोग अपनी शिक्षा और योग्यता से राष्ट्र को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

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