प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आर्थिक प्रगति और रोजगार की समस्या से निपटने के लिये दो नयी समितियों का गठन किया है। इसके अलावा सुरक्षा मामलों से जुड़ी मंत्रिमंडलीय समिति का पुनर्गठन भी किया गया है।

इन तीनों समितियों के अध्यक्ष प्रधानमंत्री हैं। पहली समिति पूंजी निवेश और प्रगति से जुड़ी है जिसमें पांच सदस्य हैं। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री पीयूष गोयल हैं।

दूसरी समिति रोजगार संबंधित है जिसमें 10 सदस्य हैं। इसमें श्री शाह, श्रीमती सीतारमण और श्री गोयल के अलावा, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पेट्रोलियाम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, कौशल विकास मंत्री महेंद्र नाथ पांडे और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी हैं।

इसके अलावा सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति में पांच सदस्य हैं, जिसमें पांच सदस्य शामिल किये गये हैं। इनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और डॉ एस जयशंकर के अलावा श्री शाह और श्रीमती सीतारमण भी हैं। इस समिति के अध्यक्ष भी प्रधानमंत्री होंगे। पहली समिति देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के बारे में विचार करेगी क्योंकि पिछली तिमाही में राष्ट्रीय सैंपल सर्वे के अनुसार सकल घरेलू उत्पाद दर घटकर 5.8 हो गयी है।

पिछले दिनों जारी सरकारों आकड़ों के अनुसार पिछले साल से बेरोजगारी अपने चरम पर रही और यह 6.1 प्रतिशत है। सुरक्षा समिति देश की आंतरिक एवं बाहरी सुरक्षा के मामलों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल अपना सहयोग देंगे।

उधर, पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए स्कूल स्तर पर जल्द ही ‘स्कूल नर्सरी’ पहल शुरू की जाएगी जिसके तहत हर बच्चे को एक पौधा लगाकर उसका संरक्षण करना होगा।

श्री जावड़ेकर ने बुधवार को पर्यावरण दिवस पर यहां ‘सेल्फी विद सैप्लिंग’ अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि उनका मंत्रालय पूरे देश में ‘स्कूल नर्सरी’ नामक पहल की जल्द ही शुरुआत करेगा जिसमें बच्चे पौधे लगाएंगे और उसकी देखभाल करेंगे और अपने वार्षिक परिणाम के अवसर पर उस पौधे को ट्रॉफी के रूप में लेंगे। इस काम में स्थानीय वन विभाग बच्चों की आवश्यक मदद करेगा।

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