पुलवामा हमले के बाद PM Modi ने क्यों कहा चुप रहो

पुलवामा में जवानों पर हमले के वक्त वहां के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी पर लगाया आरोप। पीएम ने कहा था चुप रहो। जवानों को नहीं दिया एयरक्राफ्ट।

कोई दूसरा कोई देश होता, तो अब तक कई मंत्री इस्तीफा दे चुके होते। अगर आज देश में कांग्रेस की सरकार होती, तो सारा मीडिया केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोल देता। पुलवामा हमले के समय जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने ऐसा आरोप लगाया है, जैसा आज तक भारत में किसी प्रधानमंत्री पर किसी पूर्व राज्यपाल ने आरोप नहीं लगाया। मलिक ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा था कि जवान एयरक्राफ्ट मांग रहे थे, लेकिन उन्हें नहीं दिया गया। अगर ए.र क्राफ्ट दिया गया होता, तो 40 जवानों को शहीद नहीं होना पड़ता। मलिक ने कहा कि ऐसा कहने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था चुप रहिए। सत्यपाल मलिक ने द वायर के वरिष्ठ पत्रकार करण थापर के साथ बात करते हुए ये खुलासे किए। वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। देखिए पूरा इंटरव्यू-

सोशल मीडिया पर हर दूसरा शख्स सत्यपाल मलिक के आरोपों पर लिख रहा है, सवाल पूछ रहा है, लेकिन देश का गुलाम मीडिया खामोश है। अग्रेजी के द टेलिग्राफ को छोड़ कर किसी अखबार ने मलिक के आरोपों को नहीं छापा। बाजपा के तमाम बड़े नेताओं को लगता है सांप सूंघ गया है। अडनी मामले पर जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी चुप रहे, इस मामले पर भी चुप हैं। इस बीच कांग्रेस, राजद, जदयू, आप जैसे कई दलों ने प्रधानमंत्री मोदी को घेरा है। सवाल पूछा है।

सत्यपाल मलिक के कुलासे के बाद कांग्रेस के कई प्रवक्ताओं ने एक साथ प्रेसस कॉन्फ्रेंस करके सवाल किया-पहला, मोदी सरकार ने CRPF जवानों को एयरक्राफ्ट क्यों नहीं दिए? दूसरा, खुफिया इनपुट और जैश की धमकी को अनदेखा क्‍यों किया? तीसरा, आतंकियों को भारी मात्रा में RDX कैसे मिला? पुलवामा हमले की जांच कहां तक पहुंची? चौथा, NSA अजीत डोभाल और तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह की क्या जिम्मेदारी तय की गई? पांचवां, पुलवामा हमले के बाद संवैधानिक पद पर बैठे गवर्नर को मोदी जी ने ‘चुप रहने’ की धमकी क्यों दी?

राजद ने कहा, CRPF ने विमान मांगे तो अपने लिए ₹8400 करोड़ का विमान खरीदने वाले PM ने मना कर दिया। क्यों? इतने बड़े काफिले को सड़क से मूव कराने का फैसला किसका था? इसे गलत बताने वाले राज्यपाल को चुप रहने को क्यों कहा? पुलवामा में अपनी जान न्योछावर करने वालों #CRPF के वीर जवानों को क्या मोदी सरकार में शहीद का दर्जा दिया? क्या उनके परिजनों से जो वादे किए गए थे उनको पूरा किया गया? देश के लिए जान देने वाले केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों को केंद्र सरकार ‘शहीद’ क्यों नहीं मानती?

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