RBI ने पार्लियामेंट्री पैनल से कहा है नोटबंदी के बाद देश में ब्लैक मनी की कितनी कमी आयी है, ये उन्हें नहीं पता है। बता देें कि पिछले हफ्ते ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एनुअल रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट में बताया गया कि नोटबंदी के बाद 1000-500 के करीब 99 फीसदी नोट यानी 15.28 लाख करोड़ रुपए बैंकों में लौट आए हैं। आरबीआई ने यही आंकड़े पार्लियामेंट की स्टैंडिंग कमेटी को भी दिए हैं।

नौकरशाही डेस्क

इस बाबत आरबीआई ने पार्लियामेंट की स्टैंडिंग कमेटी को बताया कि कितनी ब्लैक मनी कम हुई या कितनी बेहिसाबी रकम है- इसकी उसके पास फिलहाल जानकारी नहीं है। बैंक ने इस बात की जानकारी होने से भी इनकार किया कि नोटबंदी से ऑर्गनाइज्ड-अन ऑर्गनाइज्ड सेक्टर और जीडीपी को कितना नुकसान हुआ।

बैंक ने ये भी कहा कि 2016-17 के लिए इकोनॉमिक ग्रोथ के आंकड़े नोटबंदी के पहले के हैं। तब इंडस्ट्रियल और सर्विस सेक्टर कमजोर चल रहा था।

गौरतलब है कि पिछले साल 8 नवंबर को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने नोटबंदी लागू करते हुए ये दावा किया था कि इससे देश मे ब्लैक मनी और बेहिसाबी संपत्ति पर लगाम लगेगा। मगर एक साल बाद आरबीआई की सालाना रिपोर्ट में 99 फीसदी पैसे बैंकों में लौटने की बात कही, मगर वे ये नहीं बता पा रहे कि इससे देश में ब्लैक मनी को कितना नुकसान हुआ।

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