RJD ने भागवत को ललकारा;संघियो जाति से सत्ता हथियाने का छल अब न चलेगाRJD ने भागवत को ललकारा;संघियो जाति से सत्ता हथियाने का छल अब न चलेगा

RJD ने भागवत को ललकारा;संघियो जाति से सत्ता हथियाने का छल अब न चलेगा

RJD ने भागवत को ललकारा;संघियो जाति से सत्ता हथियाने का छल अब नहीं चलेगा

RSS प्रमुख मोहन भागवत द्वारा जाति-वर्ण भगवान ने नहीं पंडित ने बनाया वाले बयान पर RJD ने हमला किया औरकहा कि अब जाति के नाम पर सत्ता हथियाने का छल नहीं चलेगा

RJD ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से कहा है कि “संघियो धर्म के आवरण तले तुम्हारी बकवास,रोजी-रोटी और सत्ता हथियाने का छल प्रपंच,कपट अब नहीं चलेगा। हमारे भारत की आस्था सबसे पवित्र ग्रंथ “संविधान” में है”.

गौरतलब है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि भगवान के लिए सभी एक समान हैं. कोई जाति या वर्ण नहीं है. श्रेणियां पंडितों ने बनायीं.वो गलत था.

भागवत के इस बयान के बाद राष्ट्रीय जनता दल ने भागवत का नाम लिये बिना उन पर जोरदार हमला बोला और ललकारते हुए कहा कि “थोड़े दिनों बाद RSS वाले यह भी बोलेंगे कि धर्म भगवान ने नहीं बनाया”!

राजद ने तल्ख शब्दों में भगावत को ललकारते हुए यहां तक कहा कि “संघियों, ये जनजागरण जनजागृति व जनचेतना का वैज्ञानिक दौर है। धर्म के आवरण तले तुम्हारी बकवास,रोजी-रोटी और सत्ता हथियाने का छल प्रपंच,कपट अब नहीं चलेगा। हमारे भारत की आस्था सबसे पवित्र ग्रंथ “संविधान” में है”।

गौरतलब है कि ब्रह्मणवादी व्यवस्था में वर्ण व्यस्था को ब्रह्मा द्वारा निर्मित बताया गया है. जिसमें कथित तौर पर कहा गया है कि ब्रह्मण ब्रह्मा के मुख से पैदा हुए. श्रत्रिय ब्रह्मा के बाजू से बने. इसी तरह शूद्रों की श्रेणी के बारे में भी कई किस्से प्रचलित हैं.

लेकिन आरएसएस प्रमुख ने वर्णव्यवस्था को भगवान द्वारा नहीं, बल्कि पंडितों द्वारा बनाये जाने संबंधी बयान दे कर एक नयी बहस की शुरुआत कर दी है.

आप को बता दें कि आरएसएस को राष्ट्रीय जनता दल घोर जातिवादी संघठन करार देता है. उसका आरोप रहा है कि आरएसएस ब्रह्मणवादी व्यवस्था का पोषक है जिसके तहत पिछड़ी जातियों, अनुसूचित जातियों और महिलाओं के साथ बड़े स्तर पर भेद भाव किया जाता है.

आप को याद दिला दें कि राजद नेता व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों सवाल उठाया था कि वर्ण व्यवस्था किसने बनाया.

By Editor