RJD-JDU सांसदों का संघर्ष रंग लाया, केंद्रीय मंत्री को झुकना पड़ा

केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने बिहार का अपमान करते हुए कहा था कि ‘इनका वश चले तो देश को ही बिहार बना देंगे’। RJD-JDU सांसदों का संघर्ष रंग लाया।

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री पियूष गोयल ने बुधवार को राज्यसभा में बिहार की खिल्ली उड़ाते हुए कहा था कि इनका ( राजद सांसद मनोज झा) वश चले, तो ये पूरे देश को ही बिहार बना देंगे। इस अपमानजनक बयान का सांसद मनोज झा ने विरोध किया। उन्होंने राज्यसभा के चेयरमैन को विरोध में पत्र लिखा और केंद्रीय मंत्री से बिहार की जनता से माफी मांगने की मांग की। मामला यहीं खत्म नहीं हुआ, बल्कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी कड़ा प्रतिवाद किया। आग गुरुवार को बिहार के सभी सांसदों ने संसद भवन के परिसर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। इसमें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी शामिल थे। मामला बिगड़ता देख केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने अपना बयान वापस ले लिया। यह बिहार के राजद-जदयू सांसदों की जीत है।

राज्यसभा में तब केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने बिहार के लिए अपमानजनक टिप्पणी की, जब राजद सांसद मनोज झा बिहार के सारण में जहरीली शराब से मौत मामले की जांच की के लिए केंद्रीय एजेंसी मानवाधिकार आयोग के पहुंचने पर सवाल उठा रहे थे। तभी केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इनका वष चले, तो ये पूरे देश को बिहार बना देंगे।

इसके बाद सांसद मनोज झा ने राज्यसभा के चेयरमैन को पत्र लिखकर विरोध जताया। पत्र में उन्होंने लिखा कि बिहार के साथ पहले ही उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया जाता रहा है। उसकी मदद करने के बजाय उसका मजाक उड़ाना भारतीय संघ, लोकतांत्रिक परंपरा का विरोध है। भाजपा और केंद्र की संवेदनहीनता को ही दिखाता है।

राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बिहार के भाजपा सांसदों की बिहार विरोधी मानसिकता पर हमला किया। कहा- लानत है बिहार के केन्द्रीय मंत्रियों और भाजपा सांसदों के चुप्पी पर…।

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