RJD के चार ब्राह्मण नेता आए सामने, BJP को दी सीधी चुनौती

RJD के चार ब्राह्मण नेताओं ने BJP को कटघरे में खड़ा कर दिया। समाज के उन नेताओं के नाम गिनाए, जिन्हें राजद ने सम्मान दिया और भाजपा ने अपमानित किया।

आज राजद के चार प्रमुख ब्राह्मण नेताओं ने एक साथ भाजपा को कटघरे में खड़ा किया। कहा कि राजद ही ए टू जेड की पार्टी है। ब्राह्मण समाज के उन नेताओं के नाम गिनाए जिन्हें राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने सम्मान दिया और उन नेताओं के नाम भी गिनाए, जिन्हें भाजपा ने अपमानित किया। कहा, भाजपा सवर्णों को बंधुआ मानती है।

आज राजद कार्यालय में पार्टी प्रवक्ता चितरंजन गगन, पूर्व विधायक त्रृषि मिश्रा, प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी और प्रदेश महासचिव संजीव मिश्रा ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि बोचहा उपचुनाव के बाद भाजपा के होश उड़ गए हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की सर्व स्वीकार्यता से भाजपा नेताओं की बेचैनी काफी बढ गई है।

राजद नेताओं ने कहा-राजद के शासनकाल में ब्राह्मण जाती के सर्वश्री रघुनाथ झा , शिवानन्द तिवारी , रामविलास मिश्र , शिवनन्दन झा , रूप नारायण झा , गिरीवर पाण्डेय, कृष्ण कुमार मिश्र यानी सात ब्राह्मणों को बिहार सरकार में मंत्री बनाया गया । राजद कोटे से रघुनाथ झा जी को केन्द्र में भी मंत्री बनाया गया। राधानन्दन झा जी को बिहार राज्य नागरिक परिषद का उपाध्यक्ष बना कर कैबिनेट मंत्री के समकक्ष सुविधा दी गई। सरोज दूबे और मनोज झा को राज्यसभा का सदस्य के साथ ही राजमंगल मिश्र को विधान परिषद का सदस्य बनाया गया। यह केवल ब्राह्मणों की सूची है यदि इसमें भूमिहार को भी जोड़ दिया जाए तो सूची काफी लम्बी हो जाएगी।

राजद नेताओं ने भाजपा से सीधा सवाल किया- भाजपा ने कितने ब्राह्मणों को केन्द्र में और राज्य में मंत्री बनाया है? कितने को राज्यसभा में भेजा है? ताराकांत झा और जगबंधु अधिकारी से लेकर ब्राह्मणों की लम्बी सूची है जिन्हें भाजपा में अपमानित होना पड़ा। यही स्थिति भूमिहारों की भी है। हाल की बात है जब भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा जैसे शालीन और उच्च योग्यता वाले नेता को सरेआम अपमानित किया गया और सुशील मोदी जैसे लोग चुप्पी साधे रहे।

नेताओं ने कहा-राजद ए टू जेड की पार्टी है, जबकि भाजपा की राजनीति धर्म और जाति के नाम पर घृणा और नफरत की बुनियाद पर टिकी है। बेरोजगारी, महंगाई जैसे आमलोगों के बुनियादी सवालों में इनकी कोई रुचि नहीं है। तेजस्वी यादव यदि बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दे उठा रहे हैं तो यह केवल किसी जाति विशेष का मुद्दा नहीं है। यह ए टू जेड के मुद्दे हैं। बोचहा ने रास्ता दिखा दिया है। अब ब्राह्मण समाज को भाजपा बरगला नहीं सकती।

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By Editor