रशियन प्लेयर ने जो किया, भारतीय प्लेयर कभी सोच भी नहीं सकते

एक रूसी टेनिस खिलाड़ी ने मैच कवर कर रहे एक टीवी चैनल के कैमरे पर लिख दिया-नो वार प्लीज (कृपया युद्ध बंद करिए)। पूरी दुनिया से लोग कर रहे सलमा।

सबसे कठिन होता है अपने देश के शासक से सवाल पूछना। अगर किसी देश ने किसी दूसरे देश पर हमला किया हो, तब अपने शासक का विरोध और भी ज्यादा कठिन होता है। आपके खिलाफ उन्माद भड़क सकता है। आपको देशद्रोही कहा जाएगा। आपकी मां को गाली दी जा सकती है।

इतने खतरे के बावजूद एक रूसी टेनिस प्लेयर आंद्रे रूबलेव ने दुबई में मैच के दौरान खेल को कवर कर रहे एक कैमरे पर लिख दिया- नो वार प्लीज। उस खिलाड़ी के साहस की दुनिया भर में सराहना हो रही है।

युद्धोन्माद फैलाना सबसे आसान होता है और शांति तथा मैत्री की बात सबसे खतरनाक हो जाती है। घुस के मारेंगे कहनेवाले लोग सच्चे देशभक्त लगते हैं और हिंसा खत्म करने, संवाद करने की बात करनेवाले लोग दुश्मन बन जाते हैं।

फिल्म निर्माता विनोद कापरी ने लिखा-रूस के #AndreyRublev अभी सिर्फ़ 24 साल के हैं और #NoWarPlease लिख कर उन्होंने दुनिया भर के ख़ासतौर पर भारत के तमाम सुपरस्टार खिलाड़ियों, अभिनेताओं, प्रभावशाली लोगों को बता दिया है कि रीढ़ क्या होती है और निरंकुश/तानाशाही के खिलाफ कैसे आवाज़ उठाई जानी चाहिए। ये है वीडियो-

रूस में लगातार लोग सड़कों पर निकल कर अपने ही देश द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले का विरोध कर रहे हैं। आपको याद होगा, जब केमिकल हथियार का बहाना बना कर अमेरिका के नेतृत्व में कई देशों की सेना ने इराक पर हमला किया था, तो अमेरिका और ब्रिटेन में लाखों लोगों ने सड़कों पर उतर कर विरोध किया था। आज भी अमेरिका सहित कई देशों में रूसी हमले के विरोध में लोग सड़कों पर निकल कर युद्ध बंद करने और शांति के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।

भारत के लगभग 20 हजार छात्र यूक्रेन में फंसे हैं। बंकरों में भूखे-प्यासे हैं। तनाव और भय में जी रहे, लेकिन यहां भारत में देखिए ऐसे तथाकथित देशभक्तों की कमी नहीं, जो उन रो रहे छात्रों का ही मजाक उड़ा रहे हैं। कह रहे हैं कि वहां गए ही क्यों थे?

यूक्रेन में छात्र ने रोते हुए कहा-इससे तो अच्छा था साला हम मर जाते

By Editor