SaatRang गोडसे जिंदाबाद व हिंसक प्रवृत्ति से जैन अनुयायी दुखी

न्यू इंडिया में दो चीजें बिल्कुल नई हैं। लाखों लोग खुलेआम गांधी के हत्यारे को नायक बता रहे हैं। एक सीएम समर्थकों से लाठी उठाने कह रहा है। पटना जैन संघ दुखी।

प्रदीप जैन, अध्यक्ष, पटना जैन संघ, गांधीवादी विचारक

असम में अवैध कब्जा हटाने के नाम पर पुलिस ने दो लोगों को मार दिया और पुलिस के सामने एक फोटोग्राफर लाश पर कूदने लगा। अभी देश हिंसा के इस नंगे नाच के सदमे से उबरा भी नहीं था कि महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर को #नाथूराम_गोडसे_जिंदाबाद के साथ नफरत, हिंसा की आंधी आ गई। लाखों लोग खुल कर बापू के हत्यारे को अपना नायक बताने लगे। हत्या को उचित करार देने लगे। अब लखीमपुर में क्या हुआ, आप देख रहे हैं।

लखीमपुर में आंदोलनकारी किसानों पर कार दौड़ा दी गई। चार किसानों को रौंदकर मार दिया गया। इस घटना की पृष्ठभूमि भी समझिए। 28 सितंबर को देश के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने किसानों को धमकी दी कि हम दो मिनट में ठीक कर देंगे। पांच दिन बाद किसानों को रौंदने की घटना हुई। किसानों को रौंदने का आरोप खुद उनके बेटे पर है और अब एफआईआर भी हुई है।

उधर, हरियाणा में भाजपा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने समर्थकों से किसान आंदोलनकारियों के जवाब में लाठी उठाने को कहा। जब मुख्यमंत्री खुलेआम इस तरह बोल रहे हों, तो अंदाज लगा लीजिए, भविष्य कैसा होगा? लगता है, जैसे चारों तरफ हिंसा की जैसे लहर आ गई हो।

गोडसे जिंदाबाद और देश में हिंसा की लहर पर पटना जैन संघ के अध्यक्ष प्रदीप जैन ने कहा कि जो हो रहा है, उससे भगवान महावीर के अहिंसा-मैत्री जैसे विचारों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जिस तरह हिंसा की प्रवृत्ति बढ़ी है, हिंसा की घटनाएं हो रही हैं, उससे जैन धर्मावलंबी सर्वाधिक दुखी हैं।

प्रदीप जैन ने कहा, महात्मा गांधी के जीवन-दर्शन पर भगवान महावीर के अहिंसा की गहरी छाप रही है। महात्मा ने भगवान महावीर के अहिंसा-मैत्री के विचारों को जमीन पर उतार कर, प्रयोग करके दिखा दिया कि इसमें कितना बल है। उन्होंने देश के करोड़ों लोगों को जगाया, संगठित किया और अहिंसा को ही प्रमुख औजार बनाकर देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त करा दिया। ऐसे महात्मा जिन्हें श्रद्धा से देश बापू कहता है, उनकी जयंती पर उनके हत्यारे का महिमामंडन करके हम उन्हें कैसी श्रद्धांजलि दे रहे हैं?

प्रमुख गांधीवादी और पटना जैन संघ के अध्यक्ष प्रदीप जैन ने पूछा कि युवा पीढ़ी में हिंसा की प्रवृत्ति को हवा देकर हम देश को किधर ले जा रहे हैं? युवा पीढ़ी को दिशा-भ्रमित करने के बजाय उन्हें भगवान महावीर और महात्मा गांधी के अहिंसा के विचारों से ओत-प्रोत करके ही देश में सुख-शांति लाई जा सकती है।

प्रदीप जैन बिहार के पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने पटना हनुमान मंदिर पर अयोध्या के मठ के दावे के खिलाफ खुलकर अपने विचार रखे और अयोध्या के मठ के दावे को अवैध बताया। वे अनेक दैन मंदिरों, सेवा कार्यों से जुड़े हैं।

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By Editor