SaatRang : ओडिशा में पहली बार मुस्लिम महिला संभालेंगी शहर

आज दो चित्र सुकून देनेवाले दिखे। कश्मीर में जब एक कश्मीरी पंडित महिला अपने घर पहुंची, तो मुस्लिम पड़ोसियों ने गले लगाया। और दसूरा चित्र ये ओडिसा से।

कुमार अनिल

अपने देश के नागरिकों के विवेक पर भरोसा जगानेवाले आज दो चित्र दिखे। पहला वीडियो आया कश्मीर से जहां एक कश्मीरी पंडित परिवार की महिला अपने घर पहुंची, तो मुस्लिम पड़ोसियों ने गले लगाया। ये है उसका वीडियो-

दूसरी तस्वीर ओडिशा से आई। यहां 31 साल की गुलमाकी दलावजी हबीब ने सत्ताधारी दल बीजू जनता दल के प्रत्याशी समीता मिश्रा को म्यूनिसिपल चुनाव में 3,256 वोटों के अंतर से हरा दिया। यहां खास बात ये कि हिंदू परिवारों ने हबीब को अपना पूरा समर्थन दिया। हबीब ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की है। इसी के साथ हबीब ने इतिहास रच दिया। वह ओडिशा की पहली मुस्लिम महिला बन गईं, जो भद्रक शहर की चेयरपर्सन बनी हैं। अब वे शहर के विकास की योजनाएं बनाएंगी।

गुलमाकी हबीब सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय नहीं रही हैं। इसी साल उन्होंने ट्विटर ज्वाइन किया। अभी उनके केवल 80 फॉलोअर्स हैं। उन्हें ब्लू टिक भी नहीं मिला है। लेकिन इस जीत ने उन्हें पूरे ओडिशा में रातों रात चर्चित बना दिया है। इस जीत का महत्व इसलिए भी अधिक है, क्योंकि द कश्मीर फाइल्स से लेकर हिजाब विवाद तक के बहाने देश के नागरिकों में धार्मिक नफरत फैलाने की कोशिश हो रही है। इस जीत के साथ ही ट्वीटर पर अनेक लोगों ने भद्रक जिले के नागरिकों को बधाई दी है कि उन्होंने नफरत की राजनीति को धता बताकर अपना प्रतिनिधि चुना।

चुनाव जीतने के बाद हबीब ने सभी का आभार जताया और शहर के विकास के लिए संकल्प भी जताया। एक महिला के चेयरपर्सन बनने से शहर की महिलाओं को उम्मीद है कि अब उनकी परेशानियां दूर होंगी। शहर की विकास योजनाओं को बनाते समय महिलाओं की जरूरतों को आमतौर से अनदेखा कर दिया जाता है।

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