सरकार रहे या जाए, दंगाई बरदाश्त नहीं : तेजस्वी

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दो टूक शब्दों में कहा कि सरकार रहे या जाए, लेकिन दंगाई को बरदाश्त नहीं करेंगे। सांसद-विधायक कोई हो, कार्रवाई होगी।

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहारशरीफ और सासाराम में सांप्रदायिक हिंसा पर दो टूक शब्दों में कहा कि बिहार में सरकार रहे या जाए, लेकिन दंगाई को बरदाश्त नहीं करेंगे। सांसद-विधायक कोई हो, कार्रवाई हो कर रहेगी। कभी लालू प्रसाद ने भी कहा था कि सरकार रहे या जाए, लेकिन सांप्रदायिक हिंसा को बरदाश्त नहीं करेंगे।

मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सासाराम और बिहारशरीफ में हिंसा करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है। बिहार को टारगेट किया जा रहा है, पहले बिहार को तमिलनाडु से लड़ाने का प्रयास किया गया, उसमें असफल होने पर दंगे कराए गए.. हिंसा में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। तेजस्वी यादव ने जिस तरह कड़े शब्दों में अपनी बात कही है, उससे साफ है कि सरकार दंगे में शामिल लोगों के अलावा इसकी साजिश करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी। यही नहीं, तेजस्वी के सरकार रहे या जाए वाले बयान को इस रूप में भी देखा जा रहा है कि राजद ने भाजपा के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है। न सिर्फ बिहारशरीफ दंगे के सवाल पर, बल्कि संघ और भाजपा की विचारधारा के खिलाफ वे बड़ी लड़ाई छेड़नेवाले हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बुधवार को जोर दे कर कहा कि दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई होगी, भले ही वे कितने ही ताकतवर क्यों न हों। उन्होंने याद दिलाया कि 2028 में केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री के बेटे की गिरफ्तारी भी हुई थी। कोई दबाव के आगे सरकार झुकने वाली नहीं है। एक दिन पहले राजद और जदयू ने बिहारशरीफ में शांति मार्च निकाला था। इसमें दोनों दलों के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे। कल ही कांग्रेस विधायकों का एक प्रतिनिधि मंडल भी बिहारशरीफ पहुंचा था। याद रहे, सांप्रदायिक हिंसा के सवाल पर ही बंगाल में ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ खुल कर हमला किया है। उन्होंने सांप्रदायिक हिंसा के लिए सीधे-सीधे भाजपा को जिम्मेदार बताया है।

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