शाह के लिए जुटाई भीड़ में 11 की मौत, टीवी में चर्चा नहीं

अगर राहुल गांधी की सभा में जुटी भीड़ में 11 लोग मर गए होते, तो टीवी एंकर चीख रहे होते, लेकिन इस मामले पर चुप्पी। सरकारी कार्यक्रम में 11 की मौत।

महाराष्ट्र सरकार के कार्यक्रम में लाखों लोग जुटाए थे। मुख्य अतिथि थे गृह मंत्री अमित शाह। तापमान 42 डिग्री से. था। खुली धूप में लोग थे। गर्मी, लू के कारण कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। सैकड़ों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इतनी बड़ी घटना पर टीवी चैनल चुप हैं। सोचिए अगर राहुल गांधी की सभा में जुटी भीड़ में 11 लोग मर गए होते, तो टीवी एंकर कैसे चीख रहे होते। मौत का जिम्मेदार किसे बता रहे होते, लेकिन इस मामले पर चुप्पी। बड़े अखबारों ने भी खबर को गायब कर दिया।

नवी मुंबई में रविवार को महाराष्ट्र सरकार ने महाराष्ट्र भूषण अवार्ड वितरित करने के लिए विशाल सभा आयोजित की थी। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और गुजरात से भी भीड़ लाई गई थी। इतने बड़े कार्यक्रम के लिए सिर्फ दो टेंट लगाए गए थे। इनमें वीआईपी और प्रेस के लोग थे। आम लोग खुले में कड़ी धूम में थेय़ टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक डीहाइड्रेशन के कारण पट-पट लोग बेहोश हो रहे थे। इससे भगदड़ की स्थिति हो गई थी। हालांकि एक अधिकारी ने कहा कि भगदड़ नहीं हुई।

इस घटना पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने कहा-अमित शाह जी जिस भीड़ को देखकर गदगद हैं। इस भीड़ में शामिल 11 लोगों की मौत हो गई। 42 डिग्री सेल्सियस में खुले में लोगों को बैठाया गया, लोग बेहोश होते रहे, भाषण चलता रहा। इस खबर पर न कोई चर्चा है, न कोई TV डिबेट। देश ‘सब चंगा सी’ मोड में चल रहा है।

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा-महाराष्ट्र भूषण अवार्ड कार्यक्रम में जो हुआ वह हृदय विदारक है। कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। गर्मी के कारण 13 लोगों की मौत हो गई। लोगों की जान की कीमत पर भीड़ दिखाना और नेता की शक्ति दिखाना परेशान करने वाला तथा गैरजिम्मेदाराना हरकत है।

दिल्ली विवि के प्रो अपूर्वानंद ने कहा कि यह संगठित मौत का इवेंट था। कार्यक्रम में गृह मंत्री अमिक शाह भी थे। उन्होंने घटना को राष्ट्रवादी अंहाकार की पूर्ति के लिए जनसंहार करार दिया।

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