शिवलिंगनुमा आकृतियों की सोशल मीडिया पर क्यों आ गई है बाढ़

जब से ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग होने का दावा करते हुए कभी इसे 5, कभी 12 फीट का बताया जा रहा, तब से सोशल मीडिया पर शिवलिंगनुमा आकृतियों की क्यों आई बाढ़?

दो दिनों से सोशल मीडिया पर शिवलिंगनुमा आकृतियों की बाढ़ आई है। लोक तरह-तरह के फोटो शेयर करके पूछ रहे हैं कि इसके नीचे कब खुदाई होगी या इस पर कब कब्जा करेंगे। सबसे अधिक शिवलिंगनुमा फव्वारे के फोटे शेयर किए गए हैं, जो भारत ही नहीं, अरब-इराक तक की मस्जिदों में विद्यमान हैं। पूर्व आएएस सूर्य प्रताप सिंह ने आज भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र का फोटो शेयर करते हुए पूछा कि इसका नंबर कब आएगा?

पत्रकार श्याम मीरा सिंह ने ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि इसे ही शिवलिंग बताया जा रहा है। उन्होंने पूछा है कि यह किस तरह से शिवलिंग है? ये है वीडियो-

मानसराम वासुदेव सहित कई लोगों ने लीची का फोटो शेयर किया है। लीची का बीज आधा दिख रहा है, जिसकी आकृति शिवलंग की तरह है। ऑप इंडिया की खबर के मुताबिक यही तस्वीर शेयर करने के कारण सपा नेता मोहसिन अंसारी पर केस दर्ज हो गया है। उन पर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया गया है।

शादाब चौहान ने एक रोचक तस्वीर शेयर की है। चित्र में फुटपाथ पर सिमेंट के डिवाडर लगे हैं। इनकी आकृति भी शिवलिंग की तरह है। उन्होंने लिखा-जब कोई व्यक्ति शिवलिंग का दावा करेगा, तो जज साहब इस इलाके को सील करने का आदेश दे सकते हैं।

इस बीच एनडीटीवी के पत्रकार संकेत उपाध्याय ने बेहद महत्वपूर्ण सवाल उठाया। उन्होंने कहा-ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट तमाशा बन चुकी है। कमिश्नर विशाल की शिकायत पर कमिश्नर मिश्रा हटाए गए। मिश्रा की ही अगुवाई में रिपोर्ट बनी। आरोप है लोग खबर लीक कर रहे थे। आज हिंदू पक्ष ने अर्ज़ी डाली है की मिश्रा वापस लाए जाएँ। कल रिपोर्ट दाखिल होनी है। ऐसी रिपोर्ट पर कैसे भरोसा हो ?

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