लेकिन इसबार के शपथ पत्र में ईरानी ने साफ लिखा है कि उन्होंने  सेकेंडरी स्कूल एक्जामिनेशन 1991 में पास किया था और सीनियर सेकेंडरी स्कूल एक्जामिनेशन 1993 में पास किया था.

 शैक्षिक योग्यता पर झूठ बोल कर बवंडर झेल चुकी स्मृति ईरानी ने इसबार चुनावी शपथ पत्र में सच उगल दिया है.

स्मृति ईरानी ने अमेठी संसदीय क्षेत्र से नामांकन के दारान दाखिल शपथ पत्र में कहा है कि उनकी शैक्षिक योग्यता हायर सेकंडरी यानी 12वी तक है.

इससे पहले 2014 में स्मृति ईरानी चुनाव लड़के हार चुकी हैं. इसके बाद वह केंद्र में मंत्री बनीं थी तब उनकी शैक्षिक योग्यता को ले कर काफी हंगामा मचा था. उनकी तरफ से दावा किया गया था कि वह ग्रेजुट हैं. हालांकि उनकी डिग्री फेक होने के आरोप लगे थे.

[tabs type=”horizontal”][tabs_head][tab_title][/tab_title][/tabs_head][tab]लेकिन इसबार के शपथ पत्र में ईरानी ने साफ लिखा है कि उन्होंने  सेकेंडरी स्कूल एक्जामिनेशन 1991 में पास किया था और सीनियर सेकेंडरी स्कूल एक्जामिनेशन 1993 में पास किया था. [/tab][/tabs]

लेकिन इसबार के शपथ पत्र में ईरानी ने साफ लिखा है कि उन्होंने  सेकेंडरी स्कूल एक्जामिनेशन 1991 में पास किया था और सीनियर सेकेंडरी स्कूल एक्जामिनेशन 1993 में पास किया था.

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ईरानी के इस शपथ पत्र के उजागर होने के बाद सोशल मीडिया में एक फिर से उनको ट्रोल किया जा रहा है. मौलीन शाह ने ट्विटर पर लिखा है कि चौकीदार भी कभी ग्रेजुट थी. और अब अपनी डिग्री को सरेंडर कर दिया है.

 

जागृति पांडेय ने लिखा है कि स्मृति ईरानी दर असल अपना याले युनिवर्सिटी की डिग्री चुनाव आयोग को जमा कराना भूल गयी हैं. मालूम हो कि उनके बारे में यह भी आरोप लगा था कि उन्होंने याले युनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था.

शपथ पत्र में ईरानी ने साफ लिखा है कि उन्होंने थ्री ईयर्स डिग्री कोर्स में नामांकन कराया था लेकिन उसे वह पूरा नहीं कर सकीं थीं.

स्मृति ईरानी की इस स्वीकारोक्ति से साफ हो गया है कि पिछली बार उन्होंने झूठ बोला था.

ईरानी की इस स्वीकारोक्ति के बाद अब उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर कई तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं.

 

By Editor