श्रीलंका संकट : प्रो. स्वैन ने BBS को श्रीलंका का RSS क्यों कहा

अशोक स्वैन पीस एंड कनफ्लिक्ट के प्राध्यापक हैं। उन्होंने BBS को श्रीलंका का RSS क्यों कहा? चीन नहीं, मुस्लिम-तमिल के खिलाफ नफरत की आंधी है संकट का कारण।

प्रो. अशोक स्वैन स्वीडन स्थित उपसाला विवि में पीस एंड कनफ्ल्किट विषय के प्राध्यापक हैं। विदेशी अखबारों में कॉलम भी लिखते हैं। उन्होंने श्रीलंका संकट के लिए वहां के संगठन Bodu Bala Sena (BBS) को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने इसे श्रीलंका का आरएसएस कहा है। उन्होंने बीबीएस के प्रचार का उदाहरण दिया है। प्रो. स्वैन ने बीबीएस के चार प्रचार बताए हैं-

-मुसलमानों के कारण सिंहली संस्कृति के अस्तित्व को खतरा है।

-मुसलमानों की आबादी सिंहली से बढ़ जाएगी।

-हलाल प्रोडक्ट पर प्रतिबंध लगाओ और मुसलमानों की दुकान से सामान मत खरीदो।

-मुसलमान बौद्ध महिलाओं को फंसा कर उन्हें इस्लाम कबूल करने को मजबूर कर रहे हैं।

प्रो. स्वैन ने श्रीलंका संकट पर कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा कि उस देश के आर्थिक संकट के लिए चीन से लिया गया कर्ज कारण नहीं है। श्रीलंका के कुल विदेशी कर्जे में चीनी कर्ज का हिस्सा केवल 10 फीसदी है। श्रीलंका के संकट के लिए अगर कोई जिम्मेदार है, तो वह खुद वहां के बहुसंख्यक सिंहली ही हैं। वे लगातार एक तथाकथित शक्तिशाली नेता का चुनाव करते रहे, क्योंकि वे (प्रधानमंत्री राजपक्षे) मुसलमानों और तमिलों के खिलाफ नफरत से भरे थे।

लेखक अशोक कुमार पांडेय ने कल श्रीलंका के अखबारों में छपी खबरों की हेडलाइन्स के साथ लिखा था-पहचानी हुई हेडिंग्स लग रही हैं न? श्रीलंकाई अखबारों की बड़ी हेडिंग थी- लंका के बौद्ध साधुओं ने कहा कि हलाल प्रोडक्ट पर प्रतिबंध लगाओ। एक हेडिंग थी-श्रीलंका में भीड़ ने मस्जिदों और मुसलमानों की दुकानों पर हमला बोला। एक अन्य हेडिंग थी-श्रीलंका में ईसाइयों पर हमले बढ़े। ऐसी ही अन्य हेडिंग वाली खबरों की हाल तक भरमार थी। इसीलिए सोशल मीडिया पर कई लोग श्रीलंका की स्थिति को भारत के लिए सबक बता रहे हैं।

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