बिहार आईपीएस अधिकारियों की भारी किल्लत झेल रहा है. बिहार या बिहार कैडर के लिए कुल 246 आपीएस अधिकारियों की पदस्थापना की स्वीकृति है जिसके एवज में बिहार में मात्र 182 आईपीएस अधिकारी ही पदस्थापित हैं।ips

विनायक विजेता

इनमें से भी 37 आईपीएस अधिकारी वर्षों से केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर बिहार से बाहर हैं और अभी बिहार डीजी स्तर से लेकर एएसपी स्तर तक के मात्र 145 आईपीएस अधिकारियों के बल पर ही विधि-व्यवस्था और कानून का राज स्थापित करने के लिए बाध्य है।

 

बिहार में डीजी स्तर के कुल 11 अधिकारी हैं। इनमें कृष्णा चौधरी, अनिल कुमार सिन्हा, सतीश चन्द्र झा, ए आर किन्नी, एस के सिन्हा और राजेश रंजन सहित 6 आईपीएस अधिकारी कई वर्षों से केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।

 

इसी तरह राज्य के एडीजी स्तर के कुल 15 आईपीएस अधिकारियों में राकेश कुमार मिश्रा, शीलवर्धन सिंह, अशोक कुमार वर्मा, दिनेश सिंह विष्ट, ए एस राजन, संजीव कुमार सिंघल, मनमोहन सिंह, राजविंदर सिंह भट्ठी, नीरज सिन्हा और शोभा अहोतकर सहित 11 आईपीएस भी केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।

 

आईजी स्तर के  अधिकारियों में भृगु श्रीनिवासन, सुनील कुमार झा, अरविंद कुमार, निर्मल कुमार आजाद, रविन्द्रण शंकरण उनकी आईपीएस पत्नी आर मलार विजि, जगमोहन, सुधांशु कुमार, नैयर हसनैन खां, डा. कमल किशोर सिंह, अनिल किशोर यादव, संजय सिंह व ओएन भाष्कर सहित 13 आईपीएस केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।

 

डीआईजी स्तर के बिहार के 23 आईपीएस अधिकारियों में अमित लोढा, अमृत राज, के एस अनुपम, एम आर नायक व गणोश कुमार सहित 5 आईपीएस भी केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं जबकि एसपी स्तर के कुल 69 आईपीएस में पी कन्नन, सुजीत कुमार व श्रीमति एस प्रेमलता सहित कुल 3 आपीएस भी केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।

विभागीय सूत्रों के अनुसार राज्य में आईपीएस अधिकारियों की कमी और टोटे व नजदीकी भविष्य में अधिकारियों के अवकाश ग्रहण करने को देखते हुए बिहार के गृह विभाग ने वर्ष 2011 में ही केन्द्र से प्रति वर्ष बिहार को 14 आईपीएस आवंटित करने का आग्रह किया था। वर्ष2011 में गृह मंत्रालय ने बिहार सरकार के आग्रह पर विचार करते हुए उस वर्ष बिहार के कोटे में 10 आईपीएस अधिकारी दिए पर बाद के वर्षों में आवंटन की संख्या आधी कर दी गई जिसके कारण बिहार आईपीएस अधिकारियों की कमी को लगातार झेल रहा है.

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