बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली ने संयुक्त रूप से ” India Disaster Resource Network” (IDRN), पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पटना में किया गया। दो दिवसीय प्रशिक्षण के पहले दिन कार्यक्रम की शुरुआत में पूर्व राष्ट्रपति डॉ॰ ए.पी.जे॰ अब्दुल कलाम को दो मिनट मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

 

कार्यशाला आयोजित 

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अपने उद्घाटन संबोधन में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि सभी आपदा स्थानीय होती हैं, जिसमें कि स्थानीय प्रशासन की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। स्थानीय प्रशासन की भूमिका आपदा के वक्त फ़र्स्ट रेस्पोंडर की होती है। इसलिए क्षमता का विकास होना अतिआवश्यक हो जाता है। आईडीआरएन के तहत संसाधनों की मैपिंग शृंखलाबद्ध रूप से किया जाना आवश्यक है।

 

श्री पी एन राय, महानिदेशक (अग्निशाम सेवा) एवं महासमादेष्टा (गृहरक्षा वाहिनी) ने अपने संबोधन में कहा की 2006 से 2009 में “India Disaster Resource Network” (IDRN) पर कुछ कार्य हुआ है लेकिन विगत कुछ वर्षों से कोई आंकड़ा अपडेट नहीं किया गया है जबकि किसी भी आपदा के वक़्त त्वरित रेस्पोंस के में ” India Disaster Resource Network” (IDRN) की भूमिका बहुत अधिक होती है। इस अवसर राज्य के 19 जिलों के सूचना पदाधिकारी, वरीय उपसमाहर्ता, एसआइओ राजेश कुमार सिंह, एएसआइओ नंदा सिंह के अलावा प्राधिकरण के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।

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