मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य की जेलों को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं और आने वाले समय में जेलों के स्वरूप में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा। श्री कुमार ने हाजीपुर में छह हजार 975 वर्ग मीटर क्षेत्र में 43.05 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित देश का पहला बिहार सुधारात्मक प्रशासनिक संस्थान का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जेलों को बेहतर बनाने के लिए अनेक कदम उठाये जा रहे हैं और आने वाले समय में इसके स्वरूप में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा।

उन्होंने कहा कि इस संस्थान भवन में प्रशासनिक भवन, 250 लोगों की क्षमता वाले सभागार, एक सौ लोगों की क्षमता वाले दो व्याख्यान हॉल, 50 लोगों की क्षमता वाले चार लिटरेचर हॉल, सुरक्षा भवन, निदेशक आवास, गेस्ट हाउस और अधिकारियों के लिए क्वार्टर, 150 लोगों की क्षमता वाले डोरमेट्री के अलावा 32 कमरों के आॅफिसर्स हॉस्टल बनाये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संस्थान को ग्रीन बिल्डिंग का दर्जा दिया गया है, जिसमें 400 विभिन्न प्रकार के पौधे लगाये गये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के 55 जेलों के सभी कार्यों को कम्यूटरीकृत करने के लिए प्रिजनर्स इआरसी सिस्टम विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से जेलों से संबंधित सभी कार्यों को संपादित करना आसान होगा।

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