भ्रष्टाचार मामले में काफी दिनों से विजिलांस को गच्चा देने वाले मगध युनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति आखिरकार शिकंजे में आ ही गये. निगरानी की टीम ने शुक्रवार को उन्हें अरेस्ट कर लिया है.

 

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कुलपति अरुण कुमार के खिलाफ वर्ष 2012-13 में गैर कानूनी नियुक्ति करने का आरोप है. इस मामले में पटना हाईकोर्ट के निर्देश पर विजिलांस ने तत्कालीन कुलपति अरुण कुमार समेत 25 लोगों पर एफआईआर कर रखा है. यह एफआईआऱ 20 मई को दर्ज की गयी.

निगरानी के एएसपी सुशील कुमार ने बताया कि अरुण कुमार को पटना के नेहरू नगर के उनके आवास से गिफ्तार किया गया है.

 

कुलपति के अलावा तत्कालीन रजिस्ट्रार और सेलेक्शन कमिटि के छह सदस्यों पर भी केस किया गया है. इन आरोप है कि वैकेंसी नहीं होने के बावजूद युनिवर्सिटी ने नियुक्ति की और अपने नजदीकी लोगों को नौकरी दे दी.

विजिलांस के एएसपी सुशील कुमार ने बताया कि अरुण कुमार को जल्द ही अदालत में पेश किया जायेगा.

इस मामले में जिन कुलपति अरूण कुमार के अलावा तत्कालीन रजिस्ट्रार डीके यादव, मीटिंग इंचार्ज शमसुल इस्लाम, डेपुटी रजिस्ट्रार फहीमुद्दीन, नियुक्ति समिति के सदस्य बालेश्वर पासवान भी शामिल हैं.

 

 

 

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