केंद्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने अपने पिता एवं पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के देश की मौजूदा आर्थिक नीति को लेकर व्यक्त किये गये विचार पर असहमति जताते हुये आज कहा कि वर्तमान अर्थनीति नये भारत के निर्माण की दिशा में उठाया गया कदम है। 


केंद्रीय मंत्री ने भी अपने पिता की तरह ही आज एक अंग्रेजी समाचार पत्र में लेख लिख कर उनकी राय से असहमति जताते हुए केंद्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों का जमकर बचाव किया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पारदर्शी,  प्रतियोगी एवं प्रगतिशील बनाने के लिए बदलाव हो रहे हैं इसलिए एक या दो तिमाही के परिणामों से पूरी अर्थव्यवस्था का आकलन करना ठीक नहीं है।
 

जयंत सिन्हा ने मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) तथा नोटबंदी को अर्थव्यवस्था के लिए गेमचेंजर बताया और कहा कि सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर की एक या दो तिमाही और मैक्रो डेटा से उन ढांचागत बदलावों के दूरगामी लाभ दिखाई नहीं पड़ सकते जो अभी चल रहे हैं। ये सुधार जरूरी हैं ताकि नए भारत का निर्माण किया जा सके और देश के एक अरब से अधिक कार्यबल को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। केंद्रीय मंत्री ने यशवंत सिन्हा के नोटबंदी के फैसले और जीएसटी को लागू करने के तौर-तरीकों को लेकर उठाये गये सवालों पर कहा कि जीएसटी, नोटबंदी और डिजिटल भुगतान वैसे प्रयास हैं, जिनसे भारतीय अर्थव्यवस्था आधिकारिक रूप लेगी।

By Editor