जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भागलपुर में कहलगांव के बटेश्वर स्थान गंगा पंप नहर परियोजना के मुख्य नहर की दीवार टूटने का जिम्मेवार तत्कालीन लालू सरकार और राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) के अंडरपास निर्माण में तय शर्तों के उल्लंघन को माना और कहा कि जांच रिपोर्ट में दोषी पाये जाने पर एनटीपीसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


श्री सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में मुख्य नहर की दीवार टूटने को नीतीश सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार करार दिये जाने वाले राष्ट्रीय जनता दल के आरोपों पर कहा कि एनटीपीसी के अंडरपास का निर्माण वर्ष 1990 -92 के दौरान हुआ और यह सबको पता है कि इस अवधि में बिहार में किसकी सरकार थी। ऐसे में भ्रष्टाचार में महारथ हासिल वह शख्सियत (लालू प्रसाद यादव) किस मुंह से उनके कार्यकाल में तय शर्तों का उल्लंघन कर बने अंडरपास के कारण नहर की दीवार टूटने पर भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं।

 

उन्होंने कहा कि एनटीपीसी ने अंडरपास बनाते समय भागलपुर के मुख्य अभियंता द्वारा नक्शे में बताये गये सुधारों के अनुसार निर्माण कार्य नहीं करवाने की वजह से दीवार टूटी है। यदि जांच रिपोर्ट में एनटीपीसी दोषी पाई गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया जाएगा। मंत्री ने अंडरपास निर्माण में तय नियमों का उल्लंघन करने का ब्यौरा देते हुये कहा कि वर्ष 1977 में शुरू हुई गंगा पंप नहर परियोजना के मुख्य नहर का निर्माण वर्ष 1985 में पूरा हो गया था।

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