यूपी के बदलते राजनीतिक हालात में बुधवार को उस समय नया मोड़ आया, जब समाजवादी पार्टी ने अपनी ओर से जनता परिवार को एक मंच पर आने की पहल की। पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर उनके छोटे भाई शिवपाल यादव ने फोन पर जदयू अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की। 

(L-R) Samajwadi Party chief Mulayam Singh Yadav, Nitish Kumar, chief minister of Bihar, Sharad Yadav of the Janata Dal (United) party, Lalu Prasad Yadav of Rashtriya Janata Dal party pose for photographers ahead of a press conference in New Delhi on April 15, 2015. Six Indian left-leaning and regional political parties vowed to work together to take on Prime Minister Narendra Modi's right-wing Bharatiya Janata Party ahead of key Bihar state elections scheduled later in the year. AFP PHOTO / SAJJAD HUSSAIN

 

नीतीश कुमार से शिवपाल यादव ने पांच नवंबर को लखनऊ में आयोजित समाजवादी पार्टी के 25वें स्थापना दिवस समारोह में आने का न्योता दिया। शिवपाल यादव ने नयी दिल्ली में जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव और राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी के आवास पर जाकर उन्हें भी समारोह में आने का न्योता दिया। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को भी न्योता मिला है।

 

महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि राजगीर अधिवेशन में जिस प्रकार जदयू ने देश में गैर भाजपा विकल्प बनाने की दिशा में पहल करने का एलान किया था, उसी रास्ते पर समाजवादी पार्टी भी चलने का इरादा जताया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समाजवादी पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने के सवाल पर त्यागी ने कहा कि बिहार में छह नवंबर को छठपूजा को देखते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता आपस में विचार-विमर्श के बाद इस संबंध में निर्णय लेंगे। सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और रालोद नेता अजित सिंह को भी आमंत्रित किया है। जनता दल के बिखराव के बाद यह पहला मौका होगा, जब किसी राजनीतिक मंच पर एक साथ मुलायम सिंह यादव, नीतीश कुमार, शरद यादव और लालू यादव व चौधरी चरण सिंह के बेटे अजीत सिंह नजर आयेंगे।

By Editor