नेक मोहम्मद

पूर्वी चंपारण जिला के आदापुर प्रखण्ड और अंचल में इस समय काफी अफसरशाही है। आरटीपीएस में सबसे ज्यादा अफसरशाही है। प्रखंड और अंचल क्षेत्र के लोग आरटीपीएस के बाहर खड़ा होकर कर्मचारी का इंतजार करते रहते हैं। फिर भी कोई कर्मचारी समय से नहीं आते हैं। लगता है इस प्रखंड में अंग्रेजी हुकूमत चल रही है। कर्मचारियों का आरपीएस में आने का कोई समय निर्धारित नहीं है। इस क्षेत्र के आम जनता अपने काम को छोड़कर प्रखंड और अंचल का चक्कर लगाकर अपने घर चले जाते हैं। आरटीपीएस में कार्यरत विनायक कुमार समय 11-35 बजे आपने एक छोटी बच्ची के साथ आते हैं और कुर्सी पर बैठ कर चले जाते हैं। आरटीपीएस आने का समय पूछा जाता है तो बताते हैं कि 10:30 बजे आने का निर्धारित समय है। लेकिन आते हैं एक घंटा बाद। बताते हैं कि प्रखंड का काम अपने घर पर ही 2:00 बजे रात तक करता हूं इसलिए लेट से आता हूं।

इस अंचल क्षेत्र के लोग जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करते हैं। आय प्रमाण पत्र आवासीय प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया जाता है लेकिन जाति प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया जाता है। अंचल क्षेत्र के रूबाना खातून का आय प्रमाण पत्र आवासीय प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया गया। लेकिन जाति प्रमाण पत्र रिजेक्ट कर दिया गया। जिसका आवेदन संख्या बी सी सीओ2024/678267 है। फिर से दोबारा जाति प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन किया गया। जिसका आवेदन संख्या बी सी सी सीओ 2024/2196058है। दोबारा आवेदन भी रिजेक्ट कर दिया गया।

चुनाव आयोग के निर्देश पर गृह सचिव Dr. S. Siddharth पद से हटे

अंचल अधिकारी ने मोबाइल पर मैसेज दिया कि बन जाएगा लेकिन आर ओ के द्वारा आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया।और बोला गया कि ऑनलाइन करके मुझसे मिलना होगा। एक दिन में जाति प्रमाण पत्र बनकर मिल जाएगा। पंचायती राज विभाग के सुमित कुमार अपना कार्यालय छोड़कर आरपीएस में आए और लोगों के साथ अपशब्द का प्रयोग किया कि मेरा कार्यालय और आरटीपीएस ऐसा ही चलता है जो करना है कर लीजिए।

Lovely Anand जदयू में शामिल, शिवहर से लड़ेंगी चुनाव

By Editor