केंद्र और नीतीश सरकार के खिलाफ महागठबंधन और वामदलों ने निकाला आक्रोश मार्च

केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों एवं नीतीश सरकार की निरंकुशता के विरुद्ध महागठबंधन व वामदलों ने रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की अगुआई में निकाला आक्रोश मार्च.

 रवि कांत की रिपोर्ट

केंद्र और नीतीश सरकार के खिलाफ महागठबंधन और वामदलों ने निकाला आक्रोश मार्च

 

मांझी और मुकेश सहनी भी थे मौजूद 

 

आक्रोश मार्च गांधी मैदान से कलेक्ट्रेट तक निकाला गया. इसमें राजद की ओर से प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी मौजूद रहे. हम पार्टी के नेता जीतन राम मांझी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, वीआईपी के मुकेश सहनी समेत महागठबंधन के कई नेता मार्च में शामिल हुए.

इस दौरान नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. राजद नेता तेजस्वी यादव शामिल नहीं हुए, राजद की ओर से प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे मौजूद रहे.

महागठबंधन की डूब जाएगी नैया

रालोस्पा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने सरकार पर हल्ला बोलते हुए कहा कि जनविरोधी केंद्र सरकार, आर्थिक मंदी, नौजवानों-किसानों की बदहाली, निजीकरण व नीतीश कुमार के 15 वर्षों के कार्यकाल में रोज ब रोज रसातल में जा रही.

शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, सिंचाई आदि की स्थिति दिन पर दिन दयनीय होती जा रही है जिसके विरोध में आज विपक्ष का संयुक्त जनांदोलन निकाला गया है.

 

 

 

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उन्होंने कहा कि हमने कानून व्यवस्था, बुनियादी नागरिक सुविधाएं, रोजगार, खेती आदि को मुद्दा बनाया है. ऐसे सभी मोर्चों पर देश और राज्य की स्थिति बड़ी खराब है.

 

 

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