मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बाढ़ पीड़ित परिवारों को अनुग्रहिक राहत हेतु सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से भुगतान प्रक्रिया का शुभारम्भ माउस क्लिक कर किया।

एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में आयोजित इस शुभारम्भ के बाद, पहले चरण में बाढ़ग्रस्त जिलों के कुल 302329 सत्यापित परिवारों के खाते में सीधे एक सौ इकासी करोड़ उनचालीस लाख चौहत्तर हजार रुपए की सहायता राशि का भुगतान किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित सभी परिवार को निर्धारित साहाय्य मानदर के अनुसार 6000 रुपए प्रति परिवार की दर से अनुग्रहिक साहाय्य राशि का भुगतान किया जायेगा। राशि का अंतरण एनआईसी के सहयोग से पीएफएमएस प्रणाली (पब्लिक फाइनेंसियल मैनेजमेंट सिस्टम) के माध्यम से राज्य स्तर से ही सीधे लाभार्थियों के बैंक खातें में करने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया।

उन्होंने कहा कि ने कहा कि बिहार में अभी भी कुछ ऐसे परिवार हैं, जो सरकारी योजनाओं से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं। अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ित ऐसे परिवारों को चिन्हित कर तत्काल उनका खाता खुलवाने का प्रबंध करिये ताकि उनको भी ससमय लाभ पहुंच सके। अगर जरूरत पड़े तो इस काम में विकास मित्र और जीविका समूह का सहयोग लें। उन्होंने कहा कि यह सिस्टम बहुत अच्छा है, जिसके माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ लाभुकों के खाते में सीधे सहायता राशि बिना किसी व्यवधान के पहुंच जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक करें कि जिन बाढ़ पीड़ित परिवारों का बैंक खाता नहीं है, वो अविलंब अपना खाता खुलवा लें ताकि उन्हें भी ससमय लाभ पहुॅचाया जा सके।
इस अवसर पर आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, मुख्य सचिव दीपक कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव  प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विषेश कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, मुख्यमंत्री के अपर सचिव चंद्रशेखर सिंह सहित आपदा प्रबंधन विभाग के पदाधिकारी एवं आईसीआईसीआई बैंक के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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