दो दिन की राहत के बाद एक बार फिर मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी बारिश के नये अलर्ट से लोग दहशत में हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए फिर से अलर्ट जारी किया है। अलर्ट में कहा गया है कि राजधानी पटना समेत मध्य बिहार के कुछ जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इस बीच पटना जिला प्रशासन ने दो दिनों के लिए स्‍कूल बंद करने की घोषणा की है।

पिछले चार दिनों की भारी बारिश में पटना समेत राज्य के कई जिले में 55 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि नौ लोग गंभीर रूप से घायल हैं।अलर्ट में पटना, वैशाली, बेगूसराय और खगड़िया जिले को ऑरेंज श्रेणी में रखा गया है। इन जिलों में अगले 24 घंटे के दौरान भारी वर्षा के साथ ही 12 स्थानों पर वज्रपात होने की संभावना जताई गई है। इसी तरह बक्सर, भोजपुर, जहानाबाद और नवादा जिलों को यलो श्रेणी में रखा गया है, जहां वर्षा के दौरान सतर्क रहने को कहा गया है।

बिहार में पिछले चार दिनों की भारी बारिश के बाद दो दिन से मौसम साफ रहने और धूप निकलने से लोगों ने राहत की सांस ली लेकिन जलजमाव की समस्या अभी भी बनी हुई है। बारिश नहीं होने के एक-दो दिन बाद भी राजधानी पटना के राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, भूतनाथ रोड, कांटी फैक्ट्री रोड, मलाही पकड़ी और राजीव नगर में अधिक जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। जलजमाव के कारण लोग अभी भी घरों में कैद हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, भारी वर्षा से राजधानी पटना में जलजमाव की भयावह स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की छह एवं राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की दो टीम, 60 मोटरबोट के सहयोग से जल-जमाव वाले क्षेत्रों में से लोगों को अपने घरों से सुरक्षित स्थानों पर लाया जा रहा है। अब तक फंसे कुल 69752 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। 361 मरीजों एवं 31 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है।
जल-जमाव वाले क्षेत्रों में प्रभावितों के बीच में वायुसेना के दो हेलिकाॅप्टर से खाद्य सामग्री के पैकेट गिराये जा रहें हैं। पैकेट में चुड़ा, गुड़, मोबवत्ती, दीया-सलाई, पानी के बोतल एवं आलू शामिल हैं। अबतक 7500 फूड पैकेट गिराये जा चुके हैं। जिला प्रशासन द्वारा भी पेयजल, फूडपैकेट एवं दुग्ध का वितरण भी कराया जा रहा है तथा छह स्थानों पर निःशुल्क सामुदायिक रसोईघर का संचालन किया जा रहा है।

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