बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्‍यक्ष व पूर्व शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी का दर्द आखिरकार छलक ही पड़ा. प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष पद के लिए उठे विवाद के बीच अशोक चौधरी आज कहा कि मुझे रखना है या हटाना है, इस पर जल्दी फ़ैसला ले आलाकमान. चौधरी ने कहा कि जब से अध्यक्ष बना साज़िश झेल रहा हूं.

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने कहा कि रोज दिन की अटकलबाज़ी बंद होनी चाहिए. कोई बच्चा स्कूल में फेल होकर डांट खाता है, लेकिन मैं 99 फ़ीसदी नंबर लेकर मार खा रहा हूं. इसलिए इस पर जल्‍द फैसला हो जाना चाहिए. बताया जाता है कि कांग्रेस पार्टी में उठे विवादों का अंत जल्द होने की संभावना है. इसमें वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी की विदाई तय माना जा रही है, लेकिन अब भी उनके उत्तराधिकारी के नाम पर उहापोह की स्थिति बरकरार है. ऐसे में अब सबको पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अमेरिका दौर से वापस आने का इंतजार है, क्योंकि फैसला उन्हीं को लेना है.

लेकिन इसी बीच प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष पद के लिए नेताओं ने अपना दावा ठोंकना भी शुरू कर दिया है. कांग्रेस एमएलसी दिलीप चौधरी ने कहा कि मैंने सीपी जोशी के सामने अपना दावा रखा है. वर्षों से कांग्रेस की सेवा की है. आलाकमान हमारे बारे में नहीं सोचेगा तो हमें सोचना होगा. वहीं, एक ओर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी ने अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि मैं भी प्रदेश अध्यक्ष बनने की योग्यता रखता हूं. मेरे जैसे युवा का नेतृत्व मिला तो पार्टी बेहतर करेगी. मुझे मौका मिला तो ब्राम्हणों को एकजुट करूंगा.

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