देश के संविधान के 70 साल पूरे होने के अवसर पर आज संसद के केन्द्रीय कक्ष में विशेष समारोह का आयोजन किया गया है ।


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु , लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समारोह को सम्बोधित करेंगे। इस मौके पर मंत्रिमंडल के सदस्य तथा लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य उपस्थित रहेंगे। समारोह में राज्यसभा के 250 वें सत्र के शुरु होने के मौके पर श्री कोविंद 250 रुपये का चांदी का एक सिक्का और पांच रुपये का डाक टिकट भी जारी करेंगे । समारोह में श्री नायडु राज्यसभा के 1952 से अब तक के सफर पर एक पुस्तक का भी लोकार्पण करेंगे । इसके अलावा राज्यसभा की कार्यवाही के बारे में वर्तमान मंत्रियों और पूर्व सदस्यों के लेखों का संग्रह भी जारी किया जायेगा ।
वर्ष 1951 में अस्थायी संसद में पहला संविधान संशोधन किया गया था तब राज्यसभा का अस्तित्व नहीं था । पहला संविधान संशोधन सामाजिक और आर्थिक रुप से पिछड़े वर्ग के लिए था । इसी वर्ष 103 वां सांविधान संशोधन किया गया है । दोनों सदनों की पहली बैठक 13 मई 1952 को हुयी थी । संविधान संशोधन में 32 राज्यों से संबंधित थे जबकि 12 आरक्षण , आठ शिक्षा में आरक्षण से संबंधित तथा छह करों से संबंधित थे । राज्यसभा ने 107 संविधान संशोधन विधेयक पारित किये हैं जबकि दानों सदनों ने 102 विधेयक पारित किये हैं । लोकसभा भंग होने के कारण चार संविधान संशोधन विधेयक समाप्त हो गये हैं ।

लोकसभा ने 106 संविधान संशोेधन विधेयक पारित किये हैं । इनमें तीन प्रीबीपर्श , पुराने रियासतों के विशेषाधिकार तथा पंजायत और नगर पंचायत से संबंधत था । एक संविधान संशोधन विधेयक को राज्यसभा ने नामंजूर कर दिया था जबकि वह लोकसभा से पारित था । अब तक हुए 103 संविधान संशोधनों में केवल एक को उच्चतम न्यायालय ने गैर संवैधानिक घोषित किया था, जो 99 वां विधेयक था और यह राष्ट्रीय न्यायिक आयोग के गठन से संबंधित था ।

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