राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन ने मगध विश्वविद्यालय के स्नातक प्रथम वर्ष के अर्थशास्त्र और गणित विषय की परीक्षा के प्रश्न-पत्रों के लीक होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। 

श्री टंडन ने आज यहां कहा कि राज्य में परीक्षा हर हालत में कदाचारमुक्त और स्वच्छतापूर्वक आयोजित होनी चाहिए ताकि उच्च शिक्षा के सुधार-प्रयासों को किसी भी प्रकार से क्षति नहीं पहुँचे। उन्होंने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डी.पी. तिवारी को मामले की सघन जाँच कराते हुए दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करने को कहा है।

राज्यपाल ने कहा कि इस मामले में ऐसी कार्रवाई हो ताकि यह आगे के लिए एक सबक बने और फिर कोई ऐसा दुःसाहस नहीं कर सके।

उधर एक अन्‍य कार्यक्रम में राज्यपाल ने आज कहा कि साहित्यकार समाज को रास्ता दिखाने के साथ ही व्यक्ति को अभिप्रेरित कर उसे जीवन में बेहतर करने की प्रेरणा देते हैं।

श्री टंडन ने राजभवन में साहित्यकार जैनेन्द्र नारायण पाण्डेय की पुस्तक -‘धुंध से निकली राहें’ को आज लोकार्पित करने के बाद लेखक को बधाई देते हुए कहा कि साहित्यकार समाज को रास्ता दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि ‘आत्मकथा’ लिखना एक अत्यन्त कठिन कार्य होता है, जिसमें लेखक को निष्पक्षतापूर्वक आत्म-मूल्यांकन करते हुए सच्चाई का दामन बराबर थामे रहना पड़ता है।

राज्यपाल ने कहा कि आत्मकथा का लेखन प्रायः महान व्यक्तियों या महान रचनाकारों द्वारा ही हुआ है, लेकिन आम व्यक्ति भी अपने जीवन-संघर्षों के द्वारा उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर सकता है। इस अवसर पर लेखक श्री पाण्डेय ने कहा कि उनके जीवन का संघर्ष और उसकी बदौलत प्राप्त सफलता ही इस पुस्तक का प्रतिपाद्य है।

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